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गर्दन के दर्द के कारण और उपचार
स्वास्थ्य जानकारी: गर्दन के दर्द के कारण और उपचार:- गर्दन में दर्द एक आम स्थिति है जो कई अलग-अलग चीज़ों के कारण हो सकती है। यह ज़्यादातर लोगों को उनके जीवन में किसी न किसी मोड़ पर प्रभावित करता है। ज़्यादातर गर्दन का दर्द कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है। यह बहुत कम ही किसी गंभीर बीमारी का संकेत होता है।
गर्दन का दर्द मांसपेशियों में जकड़न या ऐंठन के साथ भी हो सकता है। आप अपना सिर भी ठीक से नहीं हिला पाएँगे। अगर इसका इलाज न किया जाए तो गर्दन का दर्द आपकी रोज़मर्रा की गतिविधियों में बाधा डाल सकता है और आपके जीवन की गुणवत्ता को कम कर सकता है।
सौभाग्य से, गर्दन के दर्द के ज़्यादातर कारण गंभीर नहीं होते हैं और दर्द निवारक दवा, व्यायाम और तनाव प्रबंधन जैसे रूढ़िवादी उपचारों से ठीक हो जाते हैं।
आइए जानते हैं गर्दन का दर्द किन-किन कारणों की वजह से हो सकता है और हमें क्या सावधानियां ध्यान में रखनी चाहिए:-
1) एक ही मुद्रा में बहुत समय तक स्थिर न रहें।
2) अपने कमप्यूटर का मानीटर अपनी आंख के लेवल पर रखें।
3) फोन का प्रयोग करने के लिये या तो हैंडसैट प्रयोग करें या ऐसे उपकरण का प्रयोग करें जिसमें आपके हाथों का प्रयोग न हो।
4) यदि आप टैबलेट का प्रयोग कर रहें है तो उसे अपनी गोद में न रखें। किसी तकिये पर टच स्क्रीन इस प्रकार रखें कि वह समतल से 45 डिग्री के कोण पर हो।
5) अपने चश्में की समय-समय पर जांच कराते रहें अन्यथा आप को स्पष्ट देखने के लिये अपनी गर्दन को पीछे की ओर झुकाना पड़ेगा।
6) ऊंचे तकिये का प्रयोग न करें। इससे आपको गर्दन मोड़ने में परेशानी हो सकती है।
7) यदि आप को कमरे में भारी अलमारी खिसकानी है तो अपनी गर्दन और पीठ का ध्यान रखें। आवश्यक सहायता लेने में संकोच न करें।
8) रात को पूरी नींद सोएं।
9) यदि गर्दन के दर्द के साथ साथ आपको तीव्र दर्द, कमजोरी या किसी हाथ अथवा पैर सुन होने के लक्षण अनुभव हों तो तुरंत अपने डाक्टर की सलाह लें।
10) यदि गर्दन के दर्द के साथ साथ बुखार और शरीर का वज़न कम होने के लक्षण भी अनुभव करें तो निश्चय ही अपने डाक्टर की सलाह लें।