Diwali Facts : दिवाली के 20 अनोखे और रोचक तथ्य Diwali Facts : दिवाली के 20 अनोखे और रोचक तथ्य - यह रहे 20 रोचक और अनोखे तथ्य दिवाली के बारे में, जिन्हें पढ़कर बच्चे भी खुश होंगे और ज्ञान भी बढ़ेगा: By Lotpot 29 Oct 2024 in Interesting Facts New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Diwali Facts : दिवाली के 20 अनोखे और रोचक तथ्य - यह रहे 20 रोचक और अनोखे तथ्य दिवाली के बारे में, जिन्हें पढ़कर बच्चे भी खुश होंगे और ज्ञान भी बढ़ेगा: अमावस्या की रात का उजाला – दिवाली अमावस्या (नई चंद्रमा की रात) को मनाई जाती है, लेकिन इस दिन दिए और रोशनी से हर घर और गली जगमग रहती है, मानो दिन का उजाला हो। पांच दिनों का त्योहार – दिवाली केवल एक दिन का नहीं बल्कि पाँच दिनों का त्योहार है: धनतेरस, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजा, गोवर्धन पूजा, और भाई दूज। लक्ष्मी माता का स्वागत – दिवाली की रात को माना जाता है कि देवी लक्ष्मी घर-घर जाती हैं और जो घर साफ-सुथरे और सजाए हुए होते हैं, वहाँ वे निवास करती हैं। दूर-दूर तक रंगोली का प्रचलन – दिवाली के समय हर कोई रंगोली बनाता है। इसका उद्देश्य नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना और खुशियों को घर में आमंत्रित करना होता है। भारत ही नहीं, विश्व में भी दिवाली – दिवाली का त्योहार भारत के अलावा नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर, फिजी, थाईलैंड, मॉरीशस, और कई अन्य देशों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू नववर्ष की शुरुआत – कई हिस्सों में दिवाली को नए साल की शुरुआत भी माना जाता है, खासकर गुजराती और मारवाड़ी समुदाय में इसे नए वित्तीय वर्ष के रूप में मनाया जाता है। पटाखों का नया चलन – दिवाली के दौरान पटाखे जलाने का चलन हाल ही में शुरू हुआ है। पहले सिर्फ दिए जलाए जाते थे और मिठाइयाँ बांटी जाती थीं। प्रदूषण को कम करने की पहल – अब पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए कई लोग 'ग्रीन दिवाली' मनाने लगे हैं, जिसमें कम या बिना पटाखों के दिवाली का आनंद लिया जाता है। दीपों की लंबी कतार – कुछ जगहों पर लोग इतने दीप जलाते हैं कि उनका रिकॉर्ड बनता है, जैसे वाराणसी में गंगा किनारे हजारों दीयों की कतारें लगाई जाती हैं। कार्तिक महीने में दिवाली – दिवाली का त्योहार हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास में आता है, जो अक्टूबर-नवंबर के बीच होता है। अलग-अलग कहानियों से जुड़ी दिवाली – भारत के अलग-अलग हिस्सों में दिवाली मनाने के कारण भी अलग-अलग हैं; कहीं इसे राम के अयोध्या लौटने पर, तो कहीं कृष्ण द्वारा नरकासुर को हराने पर मनाया जाता है। व्यापारियों का दिन – व्यापारी वर्ग के लिए दिवाली बेहद खास होती है क्योंकि इसे नए खाता बही खोलने का शुभ दिन माना जाता है। छोटे-बड़े घरों में उत्साह एक जैसा – दिवाली का उत्साह अमीरों से लेकर गरीबों तक एक जैसा होता है; चाहे छोटा दीया जलाएं या बड़ी लाइटिंग, खुशी और उल्लास में कोई कमी नहीं रहती। लोग करते हैं मिलन और मस्ती – दिवाली के दिन रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलना-जुलना, तोहफे देना और मिठाइयाँ बाँटना एक विशेष परंपरा है। इको-फ्रेंडली सजावट – अब कई लोग प्लास्टिक की सजावट की जगह इको-फ्रेंडली सामग्री जैसे मिट्टी के दीये और बायोडिग्रेडेबल सजावट का उपयोग करते हैं। लंकावासियों का दीपावली – श्रीलंका में इसे लंका दीपावली के रूप में मनाया जाता है और वहाँ के लोग इसे अपनी परंपराओं के अनुसार धूमधाम से मनाते हैं। सोने-चाँदी की खरीदारी – धनतेरस के दिन को खरीदारी के लिए सबसे शुभ माना जाता है, खासकर सोने-चाँदी और अन्य कीमती धातुओं की। लाइट फेस्टिवल की थीम – कई देशों में दिवाली को 'फेस्टिवल ऑफ लाइट्स' के नाम से भी मनाया जाता है, और इस दिन जगह-जगह पर लाइटिंग प्रतियोगिताएँ होती हैं। दिवाली का संदेश – दिवाली हमें सिखाती है कि चाहे अंधेरा कितना भी घना हो, एक छोटा सा दीपक भी उसे दूर करने के लिए पर्याप्त होता है। सामाजिक सौहार्द्र का प्रतीक – दिवाली का त्योहार हर धर्म, जाति और वर्ग के लोगों को एक साथ लाता है और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देता है। उम्मीद है कि ये दिवाली के रोचक तथ्य आपको पसंद आए होंगे! इस बार की दिवाली में इन बातों को ध्यान में रखते हुए, अपने घरों में खुशियाँ और उजाला लाएँ। 1. दीवाली को रोशनी का त्योहार क्यों कहते हैं? दीवाली को रोशनी का त्योहार इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस दिन लोग घरों में दीये जलाकर अंधकार को दूर भगाते हैं। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। 2. दीवाली का ऐतिहासिक महत्व क्या है? दीवाली का ऐतिहासिक महत्व भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास से लौटने पर अयोध्या के लोगों द्वारा उनका स्वागत करना है, जब पूरे नगर में दीप जलाए गए थे। 3. दीवाली कितने दिनों तक मनाई जाती है? दीवाली 5 दिनों तक मनाई जाती है, जिसमें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजा, गोवर्धन पूजा और भाई दूज शामिल हैं। 4. भारत के विभिन्न राज्यों में दीवाली कैसे मनाई जाती है? भारत के विभिन्न राज्यों में दीवाली को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। बंगाल में मां काली की पूजा होती है, जबकि उत्तर भारत में लक्ष्मी पूजा का अधिक महत्व है। 5. दीवाली का उत्सव कब से मनाया जा रहा है? दीवाली का उत्सव सदियों से मनाया जा रहा है। इसका उल्लेख प्राचीन ग्रंथों और पुराणों में भी मिलता है। 6. दुनियाभर में कैसे मनाई जाती है दीवाली? दुनियाभर के कई देशों जैसे नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया, सिंगापुर, और फिजी में भारतीय समुदाय के लोग दीवाली को हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। 7. दीवाली के दौरान पर्यावरण कैसे सुरक्षित रखें?\ दीवाली के दौरान पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए कम पटाखे जलाएं, मिट्टी के दीये का इस्तेमाल करें और अधिक से अधिक पेड़ लगाएं। 8. दीवाली का संबंध हिंदू पौराणिक कथाओं से क्या है? दीवाली का संबंध कई हिंदू पौराणिक कथाओं से है, जैसे रामायण में भगवान राम की वापसी और महाभारत में पांडवों का अज्ञातवास समाप्त होना। 9. दीवाली पर क्या खास खानपान होता है? दीवाली पर लोग घरों में खास मिठाइयाँ, जैसे लड्डू, बर्फी, चकली और नमकीन पकवान बनाते हैं। हर राज्य के अपने खास पकवान होते हैं। 10. दीवाली को कैसे पर्यावरण-हितैषी तरीके से मनाया जा सकता है? दीवाली को पर्यावरण-हितैषी तरीके से मनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक लाइट्स की बजाय मिट्टी के दीये जलाएं, फूलों से सजावट करें, और फालतू पटाखों का उपयोग न करें। और पढ़ें : - Geography Facts Hindi: दिलचस्प तथ्य बच्चों के लिए 17 अक्टूबर का इतिहास: इस दिन घटीं महत्वपूर्ण घटनाएँ 12 Sacred Jyotirlingas: शिव के दिव्य शक्ति केंद्र और उनके अद्भुत स्थान Ratan Tata के बारे में 10 रोचक तथ्य #rochak tathya #Amazing facts for Kids #Lotpot Rochak Baatein #Amazing Facts #Rochak Jankaari You May Also like Read the Next Article