गणेश- तनाव ये बचाने के गुरू

गणेश- तनाव ये बचाने के गुरू अगर भगवान कृष्ण पहले सलाकार थे जिन्होंने परामर्श करने का तरीका सिखाया था तो भगवान गणेश ने हमें तनाव से बचने का तरीका सिखाया है। हमें भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए

New Update
Ganesh- Tension is the teacher to save

गणेश- तनाव ये बचाने के गुरू - अगर भगवान कृष्ण पहले सलाकार थे जिन्होंने परामर्श करने का तरीका सिखाया था तो भगवान गणेश ने हमें तनाव से बचने का तरीका सिखाया है।
हमें भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए और जब कभी हम किसी मुसीबत में उलझे या फिर तनाव में हो तो हमें उनकी तरह बनना चाहिए।

गणेश का हाथी वाला सिर इस बात का प्रतीक है कि जब हम कभी मुसीबत में हो तो हमें अपनी समझदारी का इस्तेमाल करते हुए कुछ अलग सोचना चाहिए। यह भगवान शिव की तीसरी आंख के मुताबिक है। हाथी को जंगल का सबसे होशियार जानवर माना जाता है। यहां पर समझदारी यह है कि हमें बोलने से पहले सोचना चाहिए। भगवान बुद्ध ने यह भी कहा है कि तब तक ना बोले जब तक आपका बोलना ज़रूरी ना हो और हमें सच बोलना चाहिए।

Ganesh- Tension is the teacher to save

गणेश के बड़े कान हमें बताते है कि हमें मुसीबत में सबको सुनना चाहिए। हाथी के कानों को दूर से सुनाई देता है। हाथी की आंखें दूर तक देख सकती है। धर्म के मुताबिक यह हमें बताते है कि मुसीबत में दूर का सोचना चाहिए। गणेश का मुंह इस बात का प्रतीक है कि हमें कम बोलना चाहिए और ज़्यादा सुनना चाहिए।

भगवान गणेश का पेट बताता है कि हमें लोगों की मुसीबत के समय जानकारी पचानी चाहिए। हाथी की सूंड बताती है कि मिली हुई जानकारी को खुद से सही गलत के अंतर का पता लगाना चाहिए।वह यह भी बाती है कि हम खुद से छोटे बड़े काम करे। हाथी की सूंड सुई से लेकर पेड़ तक पकड़ सकती है।

टूटे हुए या ना टूटे हुए दांत दर्शाते है कि हमें नुकसान और फायदे में समानता बनाकर चलना चाहिए। यह बताता है कि अगर हमारा काम पूरा ना हो तो हमें दुखी नहीं होना चाहिए और अगर हमारा काम बन जाए तो हमें ज़्यादा उत्साहित नहीं होना चाहिए। मुश्किल समय में गणेश हमें सिखाते है कि हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए और खुद की ख्वाहिशों को काबू में रखना चाहिए।

Ganesh- Tension is the teacher to save

गणेश के चार हाथ ताकत को दर्शाते है। दो हाथों में रस्सी जुड़ाव को दर्शाती है। एक हाथ में लड्डू या मिठाई इच्छाओं को और चूहा लालच को दर्शाता है। चूहे के ऊपर चलना खुद के लालच को काबू में रखने का प्रतीक है।

भगवान गणेश की पूजा तब की जाती है जब हम कोई नया काम कर रहे हो या फिर तब जब हम काम करने में असफल होते है। इन दोनों हालातों में भगवान गणेश के सिखाए हुए पाठ को खुद की आदतों में शामिल करना चाहिए।

Tags : Amazing Facts | Amazing facts for Kids | Rochak Baatein | Rochak Jaankari | Rochak Jankaari | rochak tathya 

यह भी जानें:-

उल्कापिंड क्या होते हैं?

Fun Facts: पेरू का ऐतिहासिक अभयारण्य माचू पिच्चू

Fun Facts: 40 मील प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं हिरण

Fun Facts: 5600 से अधिक प्रजातियाँ हैं छिपकलियों की