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प्यारे खरगोश और शेर की अनोखी दोस्ती – जंगल की मजेदार कहानी
प्यारे खरगोश और शेर की अनोखी दोस्ती – जंगल की मजेदार कहानी:- एक घना जंगल था, जहाँ कई तरह के जानवर रहते थे। उन सभी में सबसे ज्यादा ताकतवर था शेर "राजा", और सबसे छोटा और चतुर था खरगोश "चिंटू"। जंगल के सभी जानवर शेर से डरते थे, लेकिन चिंटू को कभी डर नहीं लगा। उसने हमेशा सुना था कि "सच्ची दोस्ती डर से बड़ी होती है।" यही सोचकर उसने शेर से दोस्ती करने की ठान ली।
एक अजीब मुलाकात
एक दिन शेर गहरी नींद में सो रहा था। अचानक, किसी ने उसकी पूंछ पर चढ़कर छलांग लगाई। शेर की नींद खुल गई और वह गुस्से से गरजने लगा, "किसने मेरी नींद खराब की?"
चिंटू उछलकर बोला, "मुझे माफ कर दो, महाराज! मैं खरगोश चिंटू हूँ। मैंने सोचा कि आप सो रहे हैं, तो मुझे खेलने की जगह मिल जाएगी।"
शेर ने पहले तो गुस्से से चिंटू को देखा, लेकिन फिर हंसते हुए बोला, "तुम बहुत हिम्मती हो! कोई इतना छोटा जानवर मुझसे बिना डरे बात करे, यह तो कमाल की बात है।"
चिंटू ने मुस्कुराते हुए कहा, "डर से दोस्ती अच्छी होती है क्या? मैं आपसे दोस्ती करना चाहता हूँ!"
शेर चौंक गया, फिर बोला, "तुम और मैं दोस्त? यह कैसे हो सकता है?"
चिंटू ने जवाब दिया, "क्यों नहीं? दोस्ती ताकत से नहीं, दिल से होती है!"
शेर ने सोचा कि यह खरगोश बहुत समझदार है। वह मुस्कुराया और बोला, "ठीक है, आज से हम दोस्त!"
दोस्ती की परीक्षा
जंगल में शेर और खरगोश की दोस्ती चर्चा का विषय बन गई। कुछ जानवरों को यह अजीब लगा, तो कुछ ने मजाक उड़ाया।
एक दिन जंगल में एक खतरनाक शिकारी आया। उसने सोचा, "अगर मैं शेर को पकड़ लूँ, तो मुझे बहुत पैसे मिलेंगे!"
शिकारी ने एक बड़ा जाल बिछाया और शेर उसमें फंस गया। शेर ने ज़ोर से दहाड़ लगाई, "कोई है जो मेरी मदद करेगा?"
कई जानवर वहाँ से गुजर रहे थे, लेकिन कोई भी डर के कारण उसकी मदद करने नहीं आया।
लेकिन चिंटू को जैसे ही पता चला, वह भागता हुआ शेर के पास पहुँचा। उसने देखा कि शेर एक मजबूत जाल में फँसा था।
शेर ने उदास होकर कहा, "शायद अब मैं इस जंगल का राजा नहीं रहूँगा।"
चिंटू मुस्कुराया और बोला, "अरे दोस्त, तुम राजा हो या नहीं, इससे क्या फर्क पड़ता है? असली दोस्ती तो मदद करने में होती है!"
चिंटू ने अपनी तेज़ दाँतों से जाल को काटना शुरू किया। धीरे-धीरे, उसने जाल के कई धागे काट दिए।
थोड़ी देर बाद, शेर ने पूरी ताकत से झटका दिया और जाल टूट गया! वह आज़ाद हो गया।
शेर ने खुशी से चिंटू को गोद में उठा लिया और कहा, "तुम मेरी असली ताकत हो, दोस्त!"
जंगल में खुशी की लहर
जब जंगल के बाकी जानवरों को यह पता चला कि एक छोटे से खरगोश ने बड़े शेर को बचाया, तो वे हैरान रह गए।
अब सबको समझ में आ गया कि "सच्ची दोस्ती ताकत से नहीं, बल्कि सच्चे दिल से होती है!"
शेर और खरगोश की दोस्ती और गहरी हो गई। वे हर दिन साथ खेलते, खाते और पूरे जंगल में घूमते।
कहानी से सीख (Moral of the Story)
- दोस्ती सच्चे दिल से होती है, न कि ताकत से। (importance of friendship)
- छोटे-बड़े का कोई फर्क नहीं, हर किसी की अपनी खासियत होती है। (jungle stories for kids)
- किसी भी मुसीबत में दोस्त की मदद करना असली दोस्ती होती है। (moral stories for children)
- समझदारी और हिम्मत से बड़ी से बड़ी परेशानी को हल किया जा सकता है। (inspirational stories for kids)