/lotpot/media/media_files/2025/07/17/mehnat-ki-raah-prerak-story-2025-07-17-16-55-34.jpg)
मेहनत की राह: पत्थर की प्रेरक कहानी- यह कहानी एक कारीगर रामदास और दो पत्थरों की है। एक पत्थर ने डर के मारे मूर्ति बनने से इनकार कर दिया, जबकि दूसरे ने मेहनत को स्वीकार किया और भगवान की मूर्ति बना। पहले पत्थर को नारियल फोड़ने के लिए इस्तेमाल किया गया, लेकिन उसकी सहनशीलता ने उसे भी सम्मान दिलाया। यह कहानी मेहनत और हिम्मत की जीत की गवाही देती है।
शुरुआत: एक नई यात्रा
बहुत साल पहले की बात है, एक कुशल कारीगर, रामदास, अपने गांव से थोड़ा दूर जंगल की ओर निकला। उसका मकसद था एक खास पत्थर ढूंढना, जिससे वह भगवान की सुंदर मूर्ति बना सके। सूरज की किरणों के बीच जंगल में घूमते हुए उसे एक चमकदार पत्थर दिखा। उसे देखकर रामदास के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। उसने कहा, “वाह, यह पत्थर तो मेरे सपनों की मूर्ति के लिए बिल्कुल सही है! इसका रंग, आकार, सब कुछ परफेक्ट है।”
रास्ते में लौटते वक्त उसकी नजर एक और पत्थर पर पड़ी। यह दूसरा पत्थर थोड़ा साधारण था, लेकिन रामदास को लगा कि यह भी काम आ सकता है। उसने दोनों पत्थरों को सावधानी से अपने कंधे पर लाद लिया और गांव की ओर चल पड़ा। घर पहुंचकर उसने पहले पत्थर को अपनी कार्यशाला में रखा और अपने औजार निकाले।
पहला पत्थर की शिकायत
रामदास ने हथौड़े और छेनी को उठाया और पहले पत्थर पर काम शुरू किया। जैसे ही औजार की पहली चोट पड़ी, वह पत्थर अचानक बोल पड़ा, “अरे भाई, रुक जाओ! मुझे तोड़-मरोड़ कर अलग कर दोगे। मैं इसके लिए तैयार नहीं हूँ। कोई और पत्थर चुन लो, मुझे छोड़ दो!” रामदास चौंक गया। उसने सोचा, “यह क्या हो गया? पत्थर बोल रहा है!” फिर उसकी सहानुभूति जागी। उसने कहा, “अच्छा, ठीक है, अगर तुम्हें दर्द हो रहा है, तो मैं तुम्हें नहीं छुऊंगा।”
वह पहले पत्थर को एक कोने में रखकर दूसरे पत्थर को उठाया। दूसरा पत्थर चुपचाप रहा, जैसे वह कह रहा हो, “मैं तैयार हूँ, जो करना है करो!” रामदास ने पूरे मन से काम शुरू किया। दिन-रात मेहनत करते हुए उसने उस पत्थर से भगवान की एक बेमिसाल मूर्ति गढ़ दी। मूर्ति में इतनी कारीगरी थी कि देखने वाले दंग रह जाते थे।
गांव वालों का आगमन और नया मोड़
मूर्ति तैयार होने की खबर पूरे गांव में फैल गई। गांव के लोग उत्साह से भरकर रामदास के घर पहुंचे। उन्होंने मूर्ति को देखा और तारीफों के पुल बांध दिए। “रामदास भाई, यह तो कमाल की कला है! इसे मंदिर में स्थापित करना चाहिए,” एक बुजुर्ग ने कहा। फिर एक औरत बोली, “हाँ, लेकिन नारियल फोड़ने के लिए एक पत्थर चाहिए होगा। वह कोने में पड़ा पत्थर काम आ सकता है।”
गांव वालों ने पहले पत्थर को भी अपने साथ ले लिया। मूर्ति को मंदिर में सजाया गया, और उसे फूलों से सजाकर पूजा की गई। दूध से स्नान कराया गया और लड्डुओं का भोग लगाया गया। उधर, पहले पत्थर को मंदिर के आंगन में रख दिया गया, जहां लोग नारियल फोड़ने के लिए उसका इस्तेमाल करने लगे।
पत्थरों की बातचीत
एक दिन, जब कोई भक्त नारियल फोड़ रहा था, तो पहले पत्थर ने दर्द से कराहते हुए कहा, “अरे, यह क्या सजा है मेरी! मूर्ति बने पत्थर को तो फूल-माला और दूध मिलता है, और मुझे हर दिन ये नारियल की मार सहनी पड़ती है। कोई मेरी सुनवाई तो करो!” मूर्ति बने पत्थर ने हल्की हंसी के साथ जवाब दिया, “अरे भाई, तुम्हें शिकायत क्यों है? जब रामदास मेरे ऊपर काम कर रहा था, तो मैं भी डर गया था, लेकिन मैंने हिम्मत की। तुमने तो पहले ही कह दिया कि तुम नहीं बनना चाहते। अब रोने से क्या होगा?”
पहला पत्थर चुप हो गया, लेकिन मन ही मन सोचने लगा, “सच कह रहा है। मैंने तो डर के मारे मौका गंवा दिया।” फिर उसने कहा, “ठीक है, अब से मैं शिकायत नहीं करूँगा। जो हो रहा है, उसे स्वीकार कर लूँगा।”
नया बदलाव और सबक
अगले दिन से एक अजीब बदलाव आया। जब लोग नारियल फोड़ते, तो पत्थर पर पानी गिरता। धीरे-धीरे गांव वालों ने मूर्ति को प्रसाद चढ़ाने के बाद उस पत्थर पर भी थोड़ा-सा प्रसाद रखना शुरू कर दिया। पहले पत्थर ने मन में सोचा, “शायद मेरी मेहनत की शुरुआत यहीं से हो रही है।” मूर्ति बने पत्थर ने हौसला बढ़ाते हुए कहा, “देखा, जब तुमने हार मान ली, तो हालात भी बदल गए।”
गांव के बच्चे इस पत्थर की कहानी सुनकर आते और कहते, “यह पत्थर तो वीर है, जो हर मुसीबत सह लेता है!” धीरे-धीरे पत्थर मंदिर का एक हिस्सा बन गया, और लोग उसे सम्मान के साथ देखने लगे। रामदास भी खुश था कि उसकी मेहनत से दोनों पत्थरों की जिंदगी बदल गई।
सीख
हमें कभी भी कठिन परिस्थितियों से डरना नहीं चाहिए। मेहनत और धैर्य से हर मुश्किल को अवसर में बदला जा सकता है। जीवन में आसान रास्ता छोड़ने की बजाय चुनौतियों का सामना करना ही हमें सफलता की ओर ले जाता है।
Tags: मेहनत की राह, मोटिवेशनल स्टोरी, हिंदी कहानी, प्रेरणा, पत्थर की सीख, बेस्ट हिंदी कहानी, मोटिवेशनल स्टोरी, प्रेरणादायक कहानी, पत्थर की कहानी, हिंदी में कहानी, जीवन का सबक, bachon ki hindi moral story | bachon ki moral story | clever animal moral story | educational moral story | Hindi Moral Stories | hindi moral stories for kids | Hindi Moral Story | Kids Moral Stories | kids hindi moral story | Kids Hindi Moral Stories | jungle children's story in Hindimoral story for kids in Hindi | kids moral stories in hindi | Kids Moral Story | kids moral story in hindi | Lotpot बाल कहानी | छोटी जंगल कहानी | छोटी कहानी | छोटी नैतिक कहानी | छोटी प्रेरक कहानी | छोटी बाल कहानी | छोटी मजेदार कहानी