Motivational Stories : जीवन में सुख और दुख का हमारे हाथ में नियंत्रण
Motivational Stories : जीवन में सुख और दुख का हमारे हाथ में नियंत्रण- कुछ व्यक्ति सदैव दुखी रहते हैं, और उनका मानना होता है कि सारी मुसीबतें केवल उनके हिस्से में आती हैं।
Motivational Stories : जीवन में सुख और दुख का हमारे हाथ में नियंत्रण- कुछ व्यक्ति सदैव दुखी रहते हैं, और उनका मानना होता है कि सारी मुसीबतें केवल उनके हिस्से में आती हैं।
एक बार रमेश समाचार पत्र में पढ़ता है कि उसकी पसंदीदा पुस्तकों की प्रदर्शनी लगी है। उसका मन हुआ कि वह भी प्रदर्शनी देखने जाए और वहाँ से अपनी रुचि की अच्छी पुस्तकें खरीद कर लाए। लेकिन उसने सोचा
एक बार एक साधु ने सुनसान जगह पर एक झोपड़ी बना ली। वह वहीं मजे में रहने लगा। जंगली फल-फूलों से वह अपना गुजारा करता और हमेशा भगवद भजन में लीन रहता। एक दिन, तीन राजपुरुष जंगली जानवरों का शिकार करते हुए उसकी झोपड़ी के करीब आए।
एक बार की बात है। महाराणा प्रताप मोहन नामक राजा कई दिनों से बीमार थे। राजवैद्य ने उनकी बीमारी का इलाज करने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे बीमारी का सही कारण पता नहीं कर सके।
एक बार स्वामी विवेकानंद रेल में सफर कर रहे थे। उनके सामने वाली सीट पर एक अंग्रेज महिला अपने छोटे और प्यारे बच्चे के साथ बैठी थी। यात्रा के दौरान एक स्टेशन पर ट्रेन रुकी, और स्वामीजी ने कुछ संतरे खरीदे।
एक समय की बात है। एक बादशाह को अपने दरबार में एक कुशल कर्मचारी की आवश्यकता थी। इसके लिए उसने पूरे शहर में घोषणा करवाई कि जो भी व्यक्ति इस काम के लिए योग्य होगा
एक समय की बात है, एक हरे-भरे जंगल के किनारे एक छोटी-सी बस्ती थी। बस्ती के पास एक खेत था, जिसमें एक प्यारी मुर्गी अपने चार छोटे-छोटे बच्चों के साथ रहती थी। वह दिन-रात अपने बच्चों की देखभाल करती थी