/lotpot/media/media_files/motu-patlu-aur-ramlila-ki-aafat.jpg)
अनोखी रामलीला - हर साल की तरह इस बार भी रामलीला धूमधाम से हो रही है, और इस बार की लीला में मुख्य किरदार निभा रहे हैं एम.पी घसीटा, मोटू, और झटका। इस बार मोटू को सीता का, पतलू को राम का किरदार मिला है, जबकि घसीटा रावण का पात्र निभा रहा है और झटका संवादों की सहायता करने वाला पात्र है।
रामलीला की तैयारी में पतलू पूरी मेहनत से अपने संवाद याद कर रहा है और एकदम गंभीरता से अपने किरदार में ढलने की कोशिश कर रहा है। दूसरी ओर, मोटू का ध्यान केवल इस बात पर है कि कब रिहर्सल खत्म हो और वह समोसे खा सके। जैसे ही संवाद की बारी आती है, मोटू का ध्यान बार-बार भटक जाता है, और वह सीधे समोसे की मांग करने लगता है। इस पर घसीटा और पतलू उसे समझाते हैं कि पहले सीन पूरा कर ले, उसके बाद समोसे मिलेंगे। इस बात पर मोटू थोड़ा गुस्से में आ जाता है।
स्टेज पर जब सीता हरण का सीन शुरू होता है, तो रावण बने घसीटा को सीता बने मोटू का हरण करना था। सीन के अनुसार, मोटू को अपने आप घसीटा के साथ जाना था, लेकिन अब मोटू अड़ गया कि रावण उसे उठाकर ले जाए। घसीटा की इतनी हिम्मत कहाँ कि मोटू को उठा सके! झटका, जो संवाद बताने का काम कर रहा है, मोटू से अगले संवाद बोलने को कहता है, लेकिन मोटू ने जिद पकड़ ली और कहता है, "डायलॉग की ऐसी-की-तैसी, पहले समोसे लाओ!"
इसके बाद सीन बजाने के बजाय मोटू स्टेज छोड़कर सीधे समोसे वाले की तरफ भागता है। यह नया और अनोखा सीन देखकर दर्शक हंसी से लोटपोट हो जाते हैं। आगे समोसे बचाने के लिए युद्ध की स्थिति बन जाती है, और मोटू सबको समोसे के लिए पटखनी दे देता है। राम बने पतलू बेचारा यह सब साइड में बैठा देखता रहता है। जनता इस मजेदार बदलाव से खुश होकर तालियाँ बजाती है, और पहली बार लीला का एक अनोखा और "हैप्पी एंडिंग" होता है।