बच्चों के दिमाग पर स्क्रीन टाइम का असर आजकल, बच्चे स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर और टीवी जैसी स्क्रीन का इस्तेमाल करना बहुत पसंद करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बच्चे इन डिवाइस पर बहुत ज़्यादा समय बिताते हैं By Lotpot 05 Nov 2024 in Positive News New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 बच्चों के दिमाग पर स्क्रीन टाइम का असर- बच्चों के लिए इसका इस्तेमाल बंद करना वाकई मुश्किल हो सकता है! यह उनके दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है। आजकल, बच्चे स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर और टीवी जैसी स्क्रीन का इस्तेमाल करना बहुत पसंद करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बच्चे इन डिवाइस पर बहुत ज़्यादा समय बिताते हैं, तो यह उनके दिमाग के लिए बुरा हो सकता है, लगभग किसी चीज़ की लत लगने जैसा। अध्ययनों से पता चलता है कि लंबे समय तक स्क्रीन देखने से बच्चों के दिमाग और शरीर दोनों में विकास और सीखने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है। बच्चों के दिमाग पर स्क्रीन टाइम का असर: जब बच्चे स्क्रीन देखने में बहुत ज़्यादा समय बिताते हैं, तो यह उनके दिमाग के एक हिस्से को बदल सकता है जिसे फ्रंटल लोब कहते हैं। दिमाग का यह हिस्सा हमें स्पष्ट रूप से सोचने, चीज़ों को याद रखने और ध्यान देने में मदद करता है। अगर बच्चे बहुत ज़्यादा स्क्रीन टाइम देखते हैं, तो उनके लिए ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है। स्क्रीन पर बहुत ज़्यादा समय बिताने से बच्चों के लिए दूसरे लोगों से जुड़ना और उनकी भावनाओं को समझना मुश्किल हो सकता है। इससे वे अकेलापन महसूस कर सकते हैं और बहुत खुश नहीं रह सकते। पर्याप्त नींद न लेना: अगर बच्चे देर रात तक स्क्रीन देखते रहते हैं, तो उनके लिए सोना मुश्किल हो सकता है। स्क्रीन से निकलने वाली रोशनी उनके शरीर को एक खास नींद के हॉरमोन को बनाने से रोक सकती है, जिससे उन्हें नींद आने में दिक्कत होती है। पर्याप्त रूप से इधर-उधर न घूमना: जब बच्चे स्क्रीन पर बैठकर देखने में बहुत समय बिताते हैं, तो उन्हें खेलने या दौड़ने का उतना मौका नहीं मिलता। यह उनके स्वास्थ्य के लिए बुरा हो सकता है और इससे उनका वजन बहुत बढ़ सकता है या उनकी आँखों में समस्या हो सकती है। समाधान किसी समस्या का उत्तर है। यह ऐसा है जैसे आपके पास एक पहेली हो, और आपको सही टुकड़ा मिल जाए जो बिल्कुल सही बैठता हो। इसे ही हम समाधान कहते हैं! माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की कोशिश करनी चाहिए कि बच्चे स्क्रीन पर बहुत ज़्यादा समय न बिताएं। बच्चों के लिए खेल खेलना और बाहर मौज-मस्ती करना वाकई ज़रूरी है। साथ ही, बच्चों को हर दिन पढ़ाई और खेलने का अच्छा मिश्रण होना चाहिए ताकि वे खुश और स्वस्थ दोनों रह सकें! ज़रूर! अगर आप मुझे वह निष्कर्ष बताएँ जिसे आप संक्षेप में बताना चाहते हैं, तो मैं इसे बच्चे के लिए समझने योग्य बनाने में मदद कर सकता हूँ। बस टेक्स्ट शेयर करें, और मैं इसे आपके लिए सरल बना दूँगा! टीवी, टैबलेट या फोन जैसी स्क्रीन पर बहुत ज़्यादा समय बिताना बच्चों के लिए बुरा हो सकता है। अगर हम बच्चों के स्क्रीन टाइम को सीमित कर दें, तो इससे उन्हें बढ़ने और स्वस्थ रहने में मदद मिल सकती है। बच्चों को मन से खुश और स्वस्थ रखने के लिए, उनके लिए स्क्रीन से ब्रेक लेना और बाहर ज़्यादा खेलना ज़रूरी है। और पढ़ें : Deepika Kumari : दीपिका कुमारी ने आर्चरी वर्ल्ड कप में जीता रजत पदक गैजेट्स की दुनिया में बच्चों का आगाज़! लोटपोट कॉमिक्स टीम का दौरा- दरबारीलाल DAV मॉडल स्कूल शालीमार बाग में बच्चों के साथ एक यादगार दिन Science News : इस तकनीक से मिटटी में मिल कर गल जायेगा प्लास्टिक #Bal Samachar #Bal Samachar #Best Hindi News Site #Daily Kids News #Best Kids News Site #Cricket news #fact news You May Also like Read the Next Article