चतुर मामा
म्याऊँ-म्याऊँ करती बिल्ली आई,
चूहों ने भगदड़ मचाई।
एक दिन मीटिंग बिठायी सबने,
चतुर मामा ने आगे आ।
सबको एक तरकीब सुझाई,
एक दिन आता देख, बिल्ली मौसी को।
छुप गये सब दरवाजे के पीछे,
पास पहुंचने पर सभी ने।
झटपट फिर घण्टी पहनाई,
काम आ गई उनकी चतुराई।
म्याऊँ-म्याऊँ करती बिल्ली आई,
चूहों ने भगदड़ मचाई।
lotpot | lotpot E-Comics | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | bal kavita | kids hindi poems | kids poems | Hindi Poems | hindi poems for kids | kids hindi rhymes | hindi rhymes | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | बाल कविता | हिंदी बाल कवितायें | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | बच्चों की कविता