Bal Kavita: कितने प्यारे पापा

By Lotpot
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कितने प्यारे पापा

कितने प्यारे पापा

हर बच्चों के प्यारे पापा,
होते कितने न्यारे पापा।

कभी गुस्सा कभी प्यार,
अपना खूब दिखाते पापा।

जहाँ कहीं जाते पापा,
खेल खिलौने लाते पापा

कभी-कभी हम बच्चों के,
घोड़े भी बन जाते पापा।

दफ्तर से जब आते पापा,
टॉफ़ी-बिस्कुट लाते पापा।

हमको गोद में उठा कर,
पप्पी ले मुस्काते पापा।

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