Bal Kavita: मेरा घोड़ा By Lotpot 19 Nov 2023 in Poem New Update मेरा घोड़ा लकड़ी का है मेरा घोड़ा, नही दूसरा इसका जोड़ा। बिठा पीठ पर जब यह दौड़ा, कभी राह में रुका न थोड़ा। कितनी बार गया अल्मोड़ा, दाना पानी इसे न भाता। रोज़ मुफ्त में सैर करता, चाहूँ जिधर मुझे ले जाता। मेरा घोड़ा मुझको प्यारा, सभी वाहनो से है न्यारा। है मेरी आंखो का तारा।। lotpot-e-comics | lotpot-latest-issue | manoranjak-bal-kavita | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | bccon-kii-mnornjk-kvitaa | baal-kvitaa यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: छुट्टी के दिन अच्छे Bal Kavita: विजय दिवस की कविता Bal Kavita: बच्चों चलो चाँद पर जाएँ Bal Kavita: पण्डित भोजन भट्ट #लोटपोट #Lotpot #Lotpot latest Issue #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics You May Also like Read the Next Article