Bal Kavita: छुट्टी के दिन अच्छे By Lotpot 18 Nov 2023 in Poem New Update छुट्टी के दिन अच्छे छुट्टी आई छुट्टी आई,अब तो हो गई बन्द पढाई। लगते छुट्टी के दिन अच्छे,झूम झूम कर कहते बच्चे। पढ़ने का अब नहीं झमेला,शुरू हुआ खेलों का मेला। सुनते किस्से सच्चे,लगते छुट्टी के दिन अच्छे। रात समय टी.वी. पर अटके,दिन भर गली सड़क पर भटके। केवल पहिने कच्छे,छुट्टी के दिन लगते अच्छे। कटे फलों पर जी ललचाता,जो भी खाता वह पछताता। भाती कुल्फी लच्छे,छुट्टी के दिन लगते अच्छे। lotpot-e-comics | lotpot-latest-issue | manoranjak-bal-kavita | लोटपोट | lottpott-konmiks | baal-kvitaa | bccon-kii-kvitaa यह भी पढ़ें:- Poem: तपती गर्मी बाल कविता : चुहिया रानी बाल कविता: मेरी रेल बाल कविता: गर्मी आई #लोटपोट #Lotpot #Lotpot latest Issue #बच्चों की कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #लोटपोट कॉमिक्स #lotpot E-Comics You May Also like Read the Next Article