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चुहिया रानी
दस रूपये रख पर्स में,
चुहिया चली बाज़ार।
चीज़े कई पसंद की,
बिंदिया काजल हार।
कीमत सुन चुहिया रानी के,
हवा हो गए होश।
तुरंत ठंडा पड़ गया,
खरीदारी का जोश।
उल्टे पांव लौटकर,
घर आई तत्काल।
बोली, ‘महंगाई के,
मारे बुरा हो गया हाल’।
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