Bal Kavita: चुहिया रानी By Lotpot 27 Nov 2023 in Poem New Update चुहिया रानी दस रूपये रख पर्स में, चुहिया चली बाज़ार। चीज़े कई पसंद की, बिंदिया काजल हार। कीमत सुन चुहिया रानी के, हवा हो गए होश। तुरंत ठंडा पड़ गया, खरीदारी का जोश। उल्टे पांव लौटकर, घर आई तत्काल। बोली, ‘महंगाई के, मारे बुरा हो गया हाल’। baal kavita | kids poem | mouse poem | manoranjak baal kavita | बच्चों की कविता | बच्चों की मनोरंजक कविता | hindi-bal-kavita | hindii-baal-kvitaa और कवितायें पढ़ें:- टी.वी. बाल कविता: गर्मी आई बाल कविता: माँ की ममता बाल कविता : चुहिया रानी #baal kavita # kids poem #mouse poem #manoranjak baal kavita #बच्चों की कविता #बच्चों की मनोरंजक कविता #चुहिया रानी #कविता #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita You May Also like Read the Next Article