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बादल आए आने दो
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बादल आए आने दो
बादल आए आने दो,
जमकर जल बरसाने दो।
लू-लपटें थीं कहर ढा रहीं,
उनको मजे चरवाने दो।
की मनमानी खूब धूप ने,
उसको मूंह की रवाने दो।
हांफ रही थी कब से गैया,
उसको प्यास बुझाने दो।
आज न रोको-टोको कोई,
जी भर हमें नहाने दो।
ताल-तलैया, नदियां-नाला,
सबको ही भर जाने दो।
खेत-खेत को हरियाली से,
निज श्रृंगार सजाने दो।
गुड़िया ने है नाव बनाई,
पानी में तैराने दो।