हिंदी बाल कविता: गोल मटोल रसगुल्ला

इस कवितानुसार जिस प्रकार रसगुल्ला अपनी मिठास से सबको खुश कर देता है उसी प्रकार हमें भी अपने जीवन और भाषा में मधुरता घोल लेनी चाहिए। तभी सब आपको भी अच्छा बताएँगे।

By Lotpot
New Update
cartoon image of kids eating rasgulla

गोल मटोल रसगुल्ला

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

गोल मटोल रसगुल्ला

गोल मटोल सा रसगुल्ला,
हंसकर हमसे ये बोला।

खुशियां हों तब आता हूं,
सबको खुश कर जाता हूं।

रस में भीगा रहता हूं,
सबसे मैं ये कहता हूं।

सबसे मीठा बोलो तुम,
दिल के मैल को धो लो तुम।

सब तुमको अपनाएंगे,
अच्छा तुम्हें बताएंगे।

यह भी पढ़ें:-

हिंदी बाल कविता: सुंदर किरणें

हिंदी बाल कविता: भारत के बच्चे

हिंदी बाल कविता: बंटी जी स्कूल चले

Bal Kavita: बंदर मामा