Bal Kavita: बंदर मामा By Lotpot 01 May 2024 in Poem New Update बंदर मामा Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 बंदर मामा बंदर मामा पैंट पहन कर,और लगाए टाई। छड़ी हाथ में लेकर अपनी,लेने चले लुगाई। पहुँच सड़क पर वह बेचारे,हुए बहुत लाचार। वहीं हजारों लोग खड़े थे,बस थीं केवल चार। किसी तरह जब अन्दर पहुंचे,दिया भीड़ ने धकका। धक्कम मुक्की में उनका,पैसा ले उड़ा उचक्का। बंदर मामा चिल्लाए,लुट गया अरे मैं भाई। बिना टिकट कैसे जाऊं,अब कैसे आए लुगाई। lotpot | lotpot E-Comics | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | bal kavita | kids hindi poems | hindi poems for kids | kids poems in hindi | hindi kids Poem | kids hindi rhymes | Hindi Rhymes for kids | entertaining kids poem | kids poem in hindi | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | हिंदी बाल कवितायें | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | हिंदी कविता | हिंदी कवितायें | बच्चों की मनोरंजक कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: जंगल राज हमारा Bal Kavita: नींद Bal Kavita: मोटा बैंगन Bal Kavita: पर्यावरण #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #entertaining kids poem #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi kids Poem #Hindi Rhymes for kids #हिंदी कविता #kids poem in hindi #kids hindi rhymes #kids hindi poems #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #हिंदी कवितायें #बाल कवितायें #हिंदी बाल कवितायें #hindi poems for kids #kids poems in hindi You May Also like Read the Next Article