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हमारा प्यारा शिक्षक- यह कविता बच्चों के प्यारे शिक्षक के प्रति उनके आदर और प्रेम को व्यक्त करती है। कविता में शिक्षक की दयालुता, सहनशीलता, और सिखाने की अनोखी विधि को सराहा गया है। यह शिक्षक के प्रति बच्चों के आभार और उनके जीवन में उनके महत्त्वपूर्ण योगदान को दर्शाती है।
कविता:
कक्षा में आते वो मुस्कान लिए,
हर मुश्किल में थामें हमारा हाथ दिए।
ज्ञान का दीप जलाते हैं रोज,
उनके बिना लगता है सब कुछ बेमौज।
शब्दों में मिठास, बातों में प्यार,
सीखाने का उनका है अनोखा संस्कार।
हर सबक में उनकी मेहनत का हल,
हमारे मन को देते वो मज़बूत धरातल।
गलतियाँ हमारी सहनशीलता से सुधारते,
हर कदम पर हमें आगे बढ़ाते।
हमारे प्यारे शिक्षक, हमारे साथी,
उनके बिना कक्षा है बिलकुल खाली।
कभी डाँटते, कभी हँसाते,
ज्ञान की रोशनी से जीवन सजाते।
ऐसे प्यारे गुरु को सदा प्रणाम,
उनसे पाते हम जीवन का सच्चा अरमान।
इस कविता के माध्यम से बच्चों की ओर से उनके शिक्षक को सच्चा सम्मान और उनके योगदान की सराहना की गई है, जो हर दिन उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।