Shaheed Bhagat Singh : जिन्दगी तो अपने दम पर ही जी जाती है… दूसरों के कन्घों पर तो सिर्फ जनाजे उठाये जाते हैं। जरूरी नहीं था की क्रांति में अभिशप्त संघर्ष शामिल हो। यह बम और पिस्तौल का पथ नहीं था।
4Aug2021
Shaheed Bhagat Singh : जिन्दगी तो अपने दम पर ही जी जाती है… दूसरों के कन्घों पर तो सिर्फ जनाजे उठाये जाते हैं। जरूरी नहीं था की क्रांति में अभिशप्त संघर्ष शामिल हो। यह बम और पिस्तौल का पथ नहीं था।
28 सितम्बर 1907 में दक्षिण पंजाब (अब पाकिस्तान में) के लायलपुर में जन्मे भगत सिंह (Bhagat Singh) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रान्तिकारी हीरो थे।