Games/Puzzles: अंतर ढूंढिए
मोटू का जन्मदिन था, पतलू मोटू को उसके जन्मदिन पर सरप्राइज देना चाहता था। उस सरप्राइज के लिए पतलू ने मोटू को बिना बताये उसके जन्मदिन की सारी तैयारी कर दी। पूरे दिन तैयारी करने के बाद पतलू केक लेके आया।
मोटू का जन्मदिन था, पतलू मोटू को उसके जन्मदिन पर सरप्राइज देना चाहता था। उस सरप्राइज के लिए पतलू ने मोटू को बिना बताये उसके जन्मदिन की सारी तैयारी कर दी। पूरे दिन तैयारी करने के बाद पतलू केक लेके आया।
दिवाली का दिन था बिट्टू और मुन्नी दोनों बहुत ही खुश थे, और थोड़े उतावले भी। दोनों को घर में पूजा ख़तम होने का इंतज़ार था, क्यूंकि पूजा ख़तम होने के बाद ही बिट्टू अपने पटाखे जला सकता था।
त्योहारों का सीजन चल रहा था, दशहरा अभी बीता ही था। मोटू और पतलू दोनों ही घर पर बैठे बैठे बोर हो रहे थे कि तभी घर की डोर बेल बजी और पतलू ने जाकर देखा तो डॉ. झटका और घसीटा दोनों ही सामने खड़े थे।
दो बहुत पुरानी फ्रेंड्स थीं एक का नाम गीता था और दूसरी का नाम सीता था। कई दिनों बाद दोनों ने एक दूसरे से मिलने का प्लान बनाया, फिर तय दिन सीता गीता के घर पहुँच गई दोनों ने पहले तो बहुत सारी बातें की।
मोटू और पतलू एक शाम बैठे बैठे बोर हो रहे थे कि तभी मोटू ने पतलू से बोला की भाई हम दोनों पूरे दिन घर में जो भी काम करते हैं क्यूँ न उसको ऑनलाइन अपलोड किया जाए, क्या पता अपने भी फैन्स बन जाएँ और हम भी इतने फेमस हो जाएँ।
एक बार फुरफुरी नगरी के मोटू, पतलू, डॉक्टर झटका और घसीटा ने पिकनिक पे जाने का प्लान बनाया और वो एक नदी के किनारे पर चले गए वहाँ जाकर मोटू और पतलू नौका विहार करने के लिए नाव पर सवार हो गए।