Mazedaar Hindi Kahani: बर्फीली चिड़िया
उस समय बहुत ज़ोर की बर्फबारी हुई थी। राहुल और ईशा शहर में अपनी दादी से मिलने जा रहे थे और वहां पर उन्हें पूरा दिन उनके साथ बिताना था। जब वह सोने के लिए पलंग पर जा रहे थे तब भी बर्फ पड़ रही थी।
उस समय बहुत ज़ोर की बर्फबारी हुई थी। राहुल और ईशा शहर में अपनी दादी से मिलने जा रहे थे और वहां पर उन्हें पूरा दिन उनके साथ बिताना था। जब वह सोने के लिए पलंग पर जा रहे थे तब भी बर्फ पड़ रही थी।
सर्दियों की एक दोपहर में एक छोटा लड़का नदी के पास के नीम के पेड़ के नीचे बैठा था। वह स्कूल से वापिस आया था और उसकी कमर में एक बड़ा बैग था। वह लड़का बहुत उदास था।
चित्रानगरी के राजा के पास धन-दौलत की कोई कमी नहीं थी, उनके द्वार पर जो भी याचक आता, भरी झोली लेकर जाया करता। एक दिन कोई फकीर उनके द्वार आया तो राजा स्वयं उठकर उसे दक्षिणा देने पहुँचे।
जिम हॉकिंस को एडवेंचर करना बहुत पसंद था। जब ब्लैक डॉग नाम का एक नेत्रहीन आदमी जिम और उसकी मां के साथ रहने उनके घर आया तो जिम को नहीं पता था कि वह एक बहुत खतरनाक एडवेंचर में पड़ने वाला है।
टेकापार के जंगल में जानवरों की खुशी का ठिकाना नहीं था। जंगल का कोना-कोना खुशियों से भर गया था। जंगल के बीचों-बीच एक संुदर-सा हेलीपेड जो बन गया था। खरगोश, हिरण,शाही,सियार सभी एक साथ उस ओर दौड़े चले जा रहे थे। उनका उत्साह देखते ही बनता था। उनमेें हेलीपेड देखने की होड़-सी लग गई थी।
Hindi Kids Story : गधेपन की हरकत - कालू सियार आज नदी पर बहुत ताव खा रहा था। गुस्से से उसके नथुने फड़क रहे थे। पर नदी तो नदी थी। वह तो वैसे ही मुस्कुराती बह रही थी। कालू नदी को बराबर कोसे जा रहा था और साथ में उसे देख लेने की धमकी भी दिये जा रहा था बात यह थी कि कुछ दिनों से कालू को नदी में केकड़े खाने को नहीं मिल रहे थे। उसे नदी पर शक था कि उसने केकड़ों को पानी के भीतर छिपा लिया हैं। यही वजह थी जिससे कालू नदी पर गुस्सा कर रहा था। कालू ने नदी से बदला लेने की सोच रखी थी। उसने काला रंग नदी को काला करने के लिए छोड़ दिया था।
लोटपोट की बड़ी मजेदार कहानी: रविवार का दिन था। सबकी छुट्टी थी। आसमान साफ था और ठंडी ठंडी हवा बह रही थी। सूरज की किरणें शहर के ऊपर बिखरी थीं। धूप में गर्मी नहीं थी। मौसम सुहावना था। बिल्कुल वैसा जैसा एक पिकनिक के लिए होना चाहिए। मन्नू सोचने लगा, काश! आज हम कहीं घूमने जा सकते।
Jungle Story- (लोटपोट जंगल कहानी) अपनेपन की छाँव : उस जंगल में प्रति रविवार को एक स्पेशल बाजार लगा करता था जिसमें दास की तरह कई नौकर चाकर बिकने आया करते थे।