Motivational Story: परी का नए साल का तोहफा
एक शाम दो लड़के खेल रहे थे तभी अचानक उनके सामने परी आ गई और बोली, ‘मुझे तुम लोगों को नए साल का तोहफा देने के लिए भेजा गया है।’उस परी ने जल्दी से दोनों बच्चों को तोहफा दिया और वहाँ से चली गई।
एक शाम दो लड़के खेल रहे थे तभी अचानक उनके सामने परी आ गई और बोली, ‘मुझे तुम लोगों को नए साल का तोहफा देने के लिए भेजा गया है।’उस परी ने जल्दी से दोनों बच्चों को तोहफा दिया और वहाँ से चली गई।
चेयरमैन के बारे में यह मशहूर था कि वे एक बहुत साधारण परिवार से थे और सभी विद्यार्थी उनकी कहानी सुनने को उत्सुक थे। रंगारंग समारोह के बाद पढ़ाई, कला और खेल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को इनाम बाँटा गया।
बाल कहानी - सच्ची दोस्ती : एक जंगल के किनारे एक गांव था। एक दिन उस जंगल से निकलकर एक बन्दर गांव में आ गया। वहां उसे एक झोपड़ी में रोटी पकने की सुगंध आई तो वो अंदर झांकने लगा। अंदर एक औरत रोटी पका रही थी और एक बच्चा खाना खा रहा था। बच्चे की नजर खिड़की पर गई तो उसे बन्दर दिखाई दिया। बच्चे ने मां से एक रोटी ली और बंदर को डाल दिया। बन्दर रोटी खाकर चला गया। अगले दिन वो फिर से आ गया। कुछ ही दिनों में बन्दर की दोस्ती बच्चे से हो गई।
बाल कहानी - ख्याली पुलाव : एक गांव में एक चरवाहा रहता था। वो सुबह से शाम तक मेहनत करके अपने परिवार का पेट पालता था। उसका एक बेटा था जो बहुत ही आलसी था। चरवाहे ने उसे गाँव के एक स्कूल में दाखिल करवा दिया था ताकि वो पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बन सके लेकिन बच्चे का मन पढ़ने लिखने में नहीं लगता था। वो स्कूल जाने के बहाने इधर उधर घूमता रहता था। एक दिन रास्ते में उसे एक दूधवाला दूध बेचता दिखाई दिया। उसने दूधवाले से पूछा, "भैया तुमने कभी पढ़ाई की है?"
शिक्षाप्रद बाल कहानी: माँ को रवि की आदतें बिल्कुल पसंद नहीं थी। वह हमेशा उससे नाराज रहती। पिताजी भी रवि को बार-बार समझाते। परन्तु रवि पर किसी की बातों का असर नहीं होता था। रवि बहुत जिद्दी और शरारती था। उस दिन सवेरे सात बजे तक रवि सोता रहा। मां उसे बार-बार जगाती रही। लेकिन रवि नहीं उठा।
बाल कहानी : मेहनत की रोटी का रहस्य :- ‘रामनगर में असामाजिक तत्वों के क्रियाकलाप बढ़ रहे थे। चोरी, डकैती व अपहरण की घटनाएं लगातार हो रही थी। लोग परेशान थे। रामनगर के राजा के पास तक इसकी सूचना काफी देर में पहुँची।
एक गाँव में एक नाविक और एक मछुआरे की अच्छी दोस्ती थी। नाविक एक नेक और गरीब इंसान था और मछुआरा एक धनवान पर लालची आदमी था। एक दिन नाविक जब सुबह सुबह नाव खोलने नदी पर पहुंचा तो उसने देखा कि उसकी नाव वहां नहीं थी।
लोटपोट की अनोखी होली: होली का दिन था। अमन सुबह-सुबह अपनी साइकिल पर एक गली से गुजर रहा था। तभी किसी ने ऊपर से उस पर पानी फेंक दिया। अमन एकदम घबरा गया। उसने ऊपर देखा तो शरारती जग्गी खुशी से चिल्ला रहा था, “होली है“।
लोटपोट की बाल कहानी : होली वाला रोबोट- अक्षत, संकल्प, क्षितिज, आभा, स्वाति, विदित, नम्रता, प्रांजल - सबके सब सोचने की मुद्रा में कुछ गहरा ही चिंतन कर रहे हैं। चिंता का विषय है - छुट्टियाँ! छुट्टियों में किया क्या जाए! चारों ओर इतनी बड़ी-बड़ी इमारतें बन गई हैं कि खेलने का मैदान ही नहीं बचा है।