Games/Puzzles: सांता को उनके घर जाने में मदद करें
24 दिसम्बर की रात थी, ठंड अपने चरम पर थी मगर फिर भी लोगों को क्रिसमस सेलिब्रेट करने से नहीं रोक पा रही थी। लोगों का उत्साह देखते ही बनता था, बच्चों के लिए तो आज की रात एकदम अलग थी।
24 दिसम्बर की रात थी, ठंड अपने चरम पर थी मगर फिर भी लोगों को क्रिसमस सेलिब्रेट करने से नहीं रोक पा रही थी। लोगों का उत्साह देखते ही बनता था, बच्चों के लिए तो आज की रात एकदम अलग थी।
एक बार शेख चिल्ली के झुनझुन नगरिया में आइसक्रीम जीतो प्रतियोगिता का शुभारम्भ हुआ, जिसमे सभी नगर वासियों ने भाग लिया लेकिन कोई भी उस आइसक्रीम तक नहीं पहुँच पाया क्यूंकि उस आइसक्रीम तक पहुँचने के लिए सभी को एक भूलभुलैया में से हो के गुज़रना था।
दो बहुत पुरानी फ्रेंड्स थीं एक का नाम गीता था और दूसरी का नाम सीता था। कई दिनों बाद दोनों ने एक दूसरे से मिलने का प्लान बनाया, फिर तय दिन सीता गीता के घर पहुँच गई दोनों ने पहले तो बहुत सारी बातें की।
एक बार गट्टू नाम का एक कबूतर था जो की उड़ते- उड़ते अपने घोंसले से बहुत दूर आ गया था, शाम भी होने लगी थी और उसे भूक भी बहुत तेज़ हुई लगी थी। तभी उसने देखा की मक्के का खेत उसके ठीक सामने था।
मोटू और पतलू एक शाम बैठे बैठे बोर हो रहे थे कि तभी मोटू ने पतलू से बोला की भाई हम दोनों पूरे दिन घर में जो भी काम करते हैं क्यूँ न उसको ऑनलाइन अपलोड किया जाए, क्या पता अपने भी फैन्स बन जाएँ और हम भी इतने फेमस हो जाएँ।