बाल कविता : पेड़ों का महत्व बच्चों के लिए
बच्चों, आपने कभी सोचा है कि अगर पेड़ न हों तो हमारी धरती कैसी लगेगी? न हरियाली होगी, न ताज़ी हवा, न मीठे फल, न ठंडी छाया। इसलिए कहा जाता है कि पेड़ हमारे असली साथी (trees are our true friends) हैं।
बच्चों, आपने कभी सोचा है कि अगर पेड़ न हों तो हमारी धरती कैसी लगेगी? न हरियाली होगी, न ताज़ी हवा, न मीठे फल, न ठंडी छाया। इसलिए कहा जाता है कि पेड़ हमारे असली साथी (trees are our true friends) हैं।
बच्चों, आपने अक्सर सुना होगा – “पढ़ाई जीवन की चाबी है।” सच भी यही है। जो बच्चा मेहनत से पढ़ाई करता है, वह जीवन में हर मुश्किल का सामना आसानी से कर सकता है।
महात्मा गांधी, जिन्हें प्यार से बापू कहा जाता है, भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे। उन्होंने कभी भी हिंसा का रास्ता नहीं अपनाया, बल्कि सत्य (truth) और अहिंसा (non-violence) के बल पर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर किया।
यह कैसी दीवाली है?:- दीवाली भारत का सबसे रोशन और पवित्र त्योहार है, जिसे दीयों, मिठाइयों और खुशियों का पर्व कहा जाता है। यह त्योहार हमें बुराई पर अच्छाई की जीत और रोशनी पर अंधकार की विजय का संदेश देता है।
कविता “छूटी मेरी रेल” बच्चों के लिए बेहद मजेदार और कल्पनाशील कविता है। इसमें रेलगाड़ी (Train) का सफर और उसकी आवाज़ों को इतनी खूबसूरती से पिरोया गया है
बचपन की दुनिया कितनी रंगीन होती है। न कोई चिंता, न कोई बोझ, बस हंसी-खुशी और ढेर सारी शरारतें। कविता “बहती नदिया छप-छप पानी” बच्चों के इन्हीं सुनहरे पलों को याद दिलाती है।
कविता “मेरा घर राजमहल” बच्चों को यह सिखाती है कि असली समृद्धि (real wealth) और असली खुशी (true happiness) घर की दीवारों, छत या महंगी चीज़ों से नहीं आती, बल्कि परिवार के प्यार (love), अपनापन (togetherness)