Jungle Story: छोटों का मूल्य
नन्हा मिक्की चूहा होश संभालने के बाद आज पहली बार अपने बिल से बाहर निकल कर जंगल की विशाल दुनिया में घूमने को निकला। बिल से बाहर आते ही बाहर की तेज रोशनी से उसकी आंखें चकाचौंध होती गईं।
नन्हा मिक्की चूहा होश संभालने के बाद आज पहली बार अपने बिल से बाहर निकल कर जंगल की विशाल दुनिया में घूमने को निकला। बिल से बाहर आते ही बाहर की तेज रोशनी से उसकी आंखें चकाचौंध होती गईं।
दीवाली पर जंगल में सौन्दर्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसीलिए तो सभी जानवरों ने इस प्रतियोगिता को जीतने के लिए जान लगा दी थी। दीवाली के आने से पहले ही पूरे जंगल में चहल-पहल बढ़ गई थी।
सुन्दर वन के राजा बब्बर शेर को अपनी ताकत पर बहुत घंमड हो गया था। वह सुन्दर वन में रहने वाले अन्य पशुओं को बहुत तंग करता था। अगर अकेले दुकेले में कोई पशु सामने पड़ जाता तो बब्बर शेर उस को मार कर खा जाने में परहेज नहीं करता।
किसी जंगल में एक बहुत पुराना आम का पेड़ था। उस पेड़ के अन्दर एक खरगोश और गिलहरी साथ रहते थे। दोनों रोज़ सुबह खाने के लिए जाते और शाम को वापस आते और उसी पेड़ में रहते।
बंटी बंदर व शंटी लंगूर ने एक मारधाड़ वाली फिल्म देखी, फिल्म में उन्होंने देखा कि किस तरह कुछ डाकुओ ने पिस्तौल दिखाकर कई लोगों को लूटा और चलते बने।
बहुत समय पहले की बात है। एक सुंदर हरे-भरे वन में चार मित्र रहते थे। उनमें से एक था चूहा, दूसरा कौआ, तीसरा हिरण और चैथा कछुआ। अलग-अलग जाति के होने के बावजूद उनमें बहुत घनिष्टता थी।
सुन्दर वन के जंगली पशुओं ने साक्षरता अभियान के अन्तर्गत पढ़ लिख कर अपने आपको स्वाध्याय प्रेमी जीवों में शामिल कर लिया था। जार्ज नामक हाथी इनके लिए मजेदार उपन्यास लिखने लगा।
चारों ओर सुंदर वन में उदासी छाई हुई थी। वन को अज्ञात बीमारी ने घेर लिया था। वन के लगभग सभी जानवर इस बीमारी के कारण अपने परिवार का कोई न कोई सदस्य गवां चुके थे।
जंगल की कहानी (Jungle Story) दुष्ट दोस्त की दोस्ती :- एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। वो बहुत ही दुष्ट और स्वार्थी स्वभाव की थी। इसलिये जंगल के सब पशु पक्षी उससे दूर ही रहते थे। आखिर अकेले रहते रहते एक दिन लोमड़ी ऊब गई। उसने देखा कि जंगल के सभी पशु पक्षी एक दूसरे के साथ मिलजुल कर खेलते कूदते और खुश रहते हैं। लोमड़ी के मन में आया कि अगर उसका भी कोई दोस्त होता तो वह भी उसके साथ दिन भर खेलती और बातें करती।