Games/Puzzles: मोनू को बीच तक पहुंचायें
संडे का दिन था मोनू सुबह ही बीच पर जाने के लिए तैयार हो गया था, चूँकि बीच उसके नानी के घर से पास था इसलिए वह पैदल ही उधर निकल पड़ा जैसे ही वह बीच पर पहुंचा उसने देखा कि बच्चे वहां रेत के टीले बना रहे थे।
संडे का दिन था मोनू सुबह ही बीच पर जाने के लिए तैयार हो गया था, चूँकि बीच उसके नानी के घर से पास था इसलिए वह पैदल ही उधर निकल पड़ा जैसे ही वह बीच पर पहुंचा उसने देखा कि बच्चे वहां रेत के टीले बना रहे थे।
फुरफुरी नगरी में एक मकान था जो बहुत दिनों से खाली पड़ा हुआ था, उस मकान से काफी अजीब अजीब आवाजें आती थीं। कोई भी उस मकान के अंदर जाने को तैयार नहीं होता था, सबसे ज्यादा दिक्कत उनको होती थी जिनका घर उस घर के आस पास था।
एक दिन शेख चिल्ली और नूरी जिन्न बातें कर रहे थे, नूरी बोल रहा था कि मेरे पास बहुत सारी शक्तियां हैं मैं कुछ भी कर सकता हूँ। शेख चिल्ली उसको समझा रहा था कि नूरी अगर दिमाग से काम नहीं लोगे तो ये सारी शक्तियां तुम्हारे किसी काम नहीं आएँगी।