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क्या आप जानते हैं: बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक और रोचक जानकारियां, जनरल नॉलेज के लिए इन्हें जरूर पढ़ें.
1. जनवरी को उसका नाम कैसे मिला?
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जनवरी का नाम रोमन भगवान जेनस के बाद रखा गया है। पौराणिक रोम धर्म में जानूस को नयी शुरूआत और बदलाव का भगवान माना जाता है। वहाँ से उन्हें दरवाजों, अंत और समय का भगवान भी माना गया। वह दरअसल दो मुख वाले भगवान हैं क्योंकि वह भविष्य और भूतकाल दोनों देख सकते है।
2. नेत्रहीन लोगो को पढने के लिए ब्रेल सिस्टम किसने बनाया था ?
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बचपन में हुए एक्सीडेंट के कारण इनकी दोनों आँखें चली गयी। यह चाल्र्स बार्बियर के मिलिट्री क्रिप्टोग्राफी से प्रेरित हुए और उनके तरीके को इन्होंने और ठीक किया। नेत्रहीन लोगों के पढ़ने और लिखने के सिस्टम को बनाने वाले लुइस ब्रेल का जन्म 4 जनवरी 1809 में हुआ था। ब्रेल में बिंदुओं को जोड़कर अक्षर, शब्द और अंक बनाये जाते हैं। ब्रेल में पहली किताब 1829 में प्रकाशित हुई थी। ब्रेल सिस्टम को पूरे विश्व में इस्तेमाल किया जाता है और इसे ज्यादातर हर भाषा में अपनाया गया है।
3. भारत के पूर्व सर्वेयर जनरल पर पड़ा माउंट एवरेस्ट का नाम
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माउंट एवरेस्ट का नाम सर जाॅर्ज एवरेस्ट के नाम पर पड़ा जो भारत के पूर्व सर्वेयर जनरल थे। ब्रिटिश भूगोलज्ञ ने भारत के महान ट्रिग्नोमेट्रिकल सर्वे का संचालन किया था, जो 2400 किलोमीटर तक उपमहाद्वीप को मैप करता है। उनके काफी इनकार करने के बाद भी विश्व की सबसे बड़ी चोटी, जो उस समय पीक गअ थी, को 1865 में उन्हें सम्मान देने के लिए माउंट एवरेस्ट का नाम दिया गया।
4. स्कैलोप की 200 आँखें होती हैं, जो एक दूरबीन की तरह काम करती है?
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स्कैलोप जिसे स्वादिष्ट समुद्री खाना माना जाता है, की 200 आँखें होती है, जो दूरबीन की तरह काम करती है। इजराइल की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह दूसरे जानवरों के विपरीत लाईट का फोकस बनाने के लिए अपनी आँखों में शीशे की परत का इस्तेमाल करते हैं ।
शीशे चैकोर क्रिस्टल के साथ मिलकर दुगनी परत वाली रेटिना पर छवि बनाते है, जो छवि के अंदरूनी और बाहरी हिस्से को अलग तरीके से फोकस करता है।
