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गर्मियों में जो मुफ्त मिले
Motu Patlu E-Comics गर्मियों में जो मुफ्त मिले:- होली बीत चुकी थी, मौसम गर्म होने लगा था। एक दिन मोटू पतलू दिन में बाजार गए वहां से लौटते समय दोनों पसीने से भीग गए और गर्मी से बहुत ज्यादा परेशान हो गए। गर्मी से परेशान होकर मोटू ने बोला की अभी से इतनी गर्मी हो रही है आगे चलकर क्या होगा? (Motu Patlu | Comics) पतलू जवाब देता है की भाई इस बार तो उबल जाएंगे। मोटू बोलता है की काश कुछ ठण्डा पीने को मिला जाए। वहीं दूसरी तरफ पतलू बोलता है की काश कोई ए.सी. रूम मिल जाए। मोटू बोलता है की भाई पतलू सब पैसे की माया है, इस दुनिया में कुछ भी मुफ्त में नहीं है, काश कोई हमे एक ए.सी. मुफ्त में गिफ्ट कर देता। मोटू की बात सुनकर पतलू बोलता है की तुम्हारे चाचा की फैक्ट्री है न ए.सी. बनाने की जो मुफ्त में पाने की सोच रहा है? (Motu Patlu | Comics) पतलू की बात पर मोटू बोलता की चलो मुफ्त न दे कुछ काम ही करवा ले, काम से काम पूरी गर्मियां आराम से कट जाएँ हमारी। मोटू पतलू की बातें वर्मा जी सुन रहे थे तभी हैं की क्या हुआ मोटू पतलू तुम दोनों को काम चाहिए क्या? मोटू तुरंत बोलता है की ओह वर्मा इलेक्ट्रॉनिक वाले बाऊजी हाँ बताइये क्या करना होगा। वर्मा जी बोलते हैं की मेरे घर की सफाई करनी है शाम को पार्टी है और नौकर छुट्टी पर हैं। मोटू तुरंत पूछता है की बदले में हमें क्या मिलेगा? (Motu Patlu | Comics)
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