/lotpot/media/media_files/dvV6BEiJzl8NXxTT0nNw.jpg)
पहिये के आविष्कार की कहानी
Fun Facts पहिये के आविष्कार की कहानी:- आदमी द्वारा किया गया सबसे महानतम आविष्कार कौन सा है? अगर इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश करें तो निश्चित रूप से सभी का अलग-अलग जवाब होगा, लेकिन वास्तव में व्हील पहिये के अलावा कोई दूसरा महानतम आविष्कार हो ही नहीं सकता? (Interesting Facts)
बच्चों! आपको मालूम है कि जब तक इंसान के पास पहिया नहीं था तो उसे भारी वजन स्लेज या बिना पहियों की फिसलने वाली गाड़ी के जरिए इधर से उधर ले जाना पड़ता था, जिसे मनुष्य या बैल खींचते थे। फिर इंसानों ने अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए पहिए का आविष्कार किया। अब सवाल उठता है कि सबसे पहले पहिये का आविष्कार कब हुआ? सबसे पहला पहिया, जिसकी हमें जानकारी है, प्राचीन मेसोपोटामिया (आधुनिक ईराक) में 3500 व 3000 ईसा पूर्व के बीच बना। वह दो प्रकार का था। एक कार्ट व्हील यानी गाड़ी का पहिया और दूसरा पॉटर व्हील यानी कुम्हार का पहिया, जिस पर बर्तन आदि बनाये जाते हैं। (Interesting Facts)
पुली, वाटर व्हील, गियर व्हील आदि पहिया आधारित मशीनरी का पूर्वज कुम्हार का पहिया ही है...
पुली, वाटर व्हील, गियर व्हील आदि पहिया आधारित मशीनरी का पूर्वज कुम्हार का पहिया ही है। आपको बता दें कि उस समय की गाड़ियां बहुत साधारण थीं। पहियों पर बस स्लेज को चढ़ा दिया जाता था। यह विचार संभवतः इस बात से आया होगा कि पहले रोलर के रूप में स्लेज के नीचे पेड़ों के गोल तनों को लगा दिया जाता था। जैसे-जैसे स्लेज आगे बढ़ती तो उसके पीछे रह गए लोग (पेड़ों के गोल तने) को उठाकर उसके आगे रख दिया करते थे। यह काम बहुत मुश्किल होता था, लेकिन पहिये के आने से भी एकदम आसान नहीं हुआ। शुरूआती पहियों को कसकर एक्सल से बांध दिया जाता था। पहिया व एक्सल एक साथ मुड़ते थे। जब इस प्रकार के पहियों की गाड़ी मुड़ती तो बाहरी पहिया अंदरूनी पहिये की तुलना में अधिक आगे बढ़ जाता था। इसलिए किसी न किसी पहिये को स्किड या ड्रैग करना पड़ता था यानी वह घूमता हुआ नहीं, बल्कि घिसटता हुआ आगे खिंचता था, लेकिन बाद के आविष्कारों में जब एक्सल को वाहन से बांधा जाने लगा और पहिये आजादी से स्पिन करने लगे तो मुड़ना आसान हो गया। (Interesting Facts)
हां, पहले पहियादार वाहन खेतों की गाड़ियां, युद्ध के रथ, शाही बग्गियां और देवताओं के पवित्र वाहन थे। शुरूआती बुग्गी व रथ दो या चार पहियों से बनाये जाते थे, लेकिन चार वाले वाहन व्यवहारिक नहीं थे। दोनों अगले व पिछले एक्सल वाहन से बांध दिए जाते थे। चूंकि कोई भी एक्सल स्विंग नहीं करता था, इसलिए वाहन तेजी से नहीं मुड़ पाता था। दो हज़ार साल पहले किसी ने अगला एक्सल विकसित किया जो दाएं व बाएं मुड़ पाता था। स्पोक वाले पहिये 2000 ईसा पूर्व में दक्षिण-पश्चिम एशिया में बने। (Interesting Facts)
lotpot-e-comics | interesting-facts-hindi | Facts About Wheel | Invention of Wheel | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | रोचक जानकारी