/lotpot/media/media_files/2025/09/13/ekta-ki-kahani-bharund-ki-kahani-2025-09-13-16-46-17.jpg)
एकता की शक्ति:एक समय की बात है, एक घने जंगल में एक अनोखा पक्षी रहता था। उसके एक ही शरीर पर दो सिर थे और उसका नाम था भारुंड। एक-दूसरे से पूरी तरह अलग सोचने वाले इन दोनों सिरों की वजह से भारुंड का जीवन बहुत ही उलझा हुआ था। एक सिर को मीठे फल पसंद थे तो दूसरे को कड़वे। एक पूरब की ओर उड़ना चाहता था तो दूसरा पश्चिम की ओर। इसी खींच-तान में भारुंड अक्सर एक ही जगह फंसा रह जाता था, न कहीं जा पाता था और न ही कुछ कर पाता था। उसकी जिंदगी दो विचारों के बीच एक बेमतलब की रस्साकसी बन गई थी।
एक दिन, भारुंड भोजन की तलाश में एक नदी के किनारे घूम रहा था। तभी उसके एक सिर ने नीचे गिरा हुआ एक मीठा फल देखा। वह खुशी से झूम उठा और चटकारे लेते हुए फल खाने लगा। "वाह! ऐसा स्वादिष्ट फल तो मैंने आज तक नहीं खाया!" पहले सिर ने कहा। यह सुनकर, दूसरा सिर नाराज़ हो गया। "यह तो गलत है! तुम्हें यह फल मुझसे बाँटकर खाना चाहिए," उसने गुस्से में कहा। पहला सिर हँसते हुए बोला, "अरे भाई! हम दोनों का पेट तो एक ही है। अगर मैं इसे खाऊंगा, तो यह तुम्हारे पेट में भी जाएगा। और स्वाद? अरे, स्वाद तो बस पल भर का होता है।" दूसरा सिर क्रोध से भर गया, "स्वाद पल भर का ही सही, पर संतुष्टि तो मिलती है। तुम्हारा पेट भरेगा, पर मेरी जीभ का क्या?" पहले सिर ने उसकी बात को हल्के में लेते हुए कहा, "डकार तो तुम्हें भी आएगी, उसी से काम चला लेना।" और उसने पूरा फल चटकारे लेकर खा लिया।
इस घटना के बाद दूसरे सिर ने बदला लेने की कसम खा ली। कुछ दिनों बाद, जब वे फिर से भोजन ढूंढ रहे थे, तो दूसरे सिर को एक विषैला फल मिला। वह बिना सोचे-समझे उसे खाने लगा। यह देखकर पहला सिर चीख पड़ा, "यह क्या कर रहे हो! यह फल तो ज़हरीला है! इसे खाया तो हम दोनों मर जाएँगे!" दूसरा सिर बदला लेने की आग में जल रहा था। "तुम्हें क्या फर्क पड़ता है? मैंने भी तो तुम्हारी खुशी का ठेका नहीं लिया था। जब तुम फल अकेले खा सकते हो, तो मैं ज़हर क्यों नहीं खा सकता?" पहले सिर ने उसे बहुत समझाने की कोशिश की, "भाई! हमारी ज़िंदगी एक है, मरेंगे तो दोनों मरेंगे!" लेकिन दूसरे सिर ने उसकी एक न सुनी। उसने सारा ज़हरीला फल खा लिया और देखते ही देखते, दोनों सिरों वाला पक्षी तड़प-तड़प कर मर गया।
यह कहानी हमें सिखाती है कि आपस में फूट हमेशा विनाश की ओर ले जाती है। एकता में ही शक्ति है और जब तक हम एक-दूसरे के साथ मिलकर नहीं चलेंगे, तब तक हमारा ही नुकसान होगा।
कहानी का सार:
दो सिर वाले एक पक्षी, भारुंड, के दो सिरों में आपसी समझदारी नहीं थी। एक ने स्वादिष्ट फल अकेले खाया तो दूसरे ने बदला लेने के लिए ज़हरीला फल खा लिया, जिससे दोनों की मौत हो गई। यह दर्शाता है कि आपसी मतभेद और स्वार्थ का नतीजा हमेशा बुरा ही होता है।
सीख: आपस की फूट और अहंकार हमेशा विनाश का कारण बनते हैं। एकता ही जीवन की सबसे बड़ी शक्ति है।
और पढ़ें :
जंगल कहानी : स्मार्ट कबूतर की चतुराई
Jungle Story : चुहिया की होशियारी
Tags: हिंदी कहानी, एकता, शक्ति, भारुंड, moral story, बच्चों की कहानी, प्रेरक कहानी, unity, short story in hindi, power of unity, best hindi jungle story | Best Jungle Stories | Best Jungle Story | Best Jungle Story for Kids | best jungle story in hindi | choti jungle story | Hindi Jungle Stories | hindi jungle stories for kids | Hindi Jungle Story | hindi jungle stoy | inspirational jungle story | Jungle Stories | Jungle Stories for Kids | jungle stories in hindi | Jungle Story | jungle story for children | jungle story for kids | Jungle story in Hindi | jungle story in Hindi for kids | jungle story with moral | kids hindi jungle Stories | kids hindi jungle story | kids Jungle Stories | kids jungle stories in hindi | kids jungle story | kids jungle story in hindi | Lotpot Jungle Story | moral jungle story | moral jungle story Hindi | moral jungle story for kids | bachon ki moral story | clever animal moral story | educational moral story | Hindi Moral Stories | hindi moral stories for kids | Hindi Moral Story | Hindi moral story for kids | hindi moral story for kids and adults | jungle children's story in Hindimoral story for kids in Hindi | Kids Hindi Moral Stories | kids hindi moral story | Kids Moral Stories | kids moral stories in hindi | Kids Moral Story | kids moral story in hindi | Lotpot Moral Stories | Moral Stories | Moral Stories by Lotpot | Moral Stories for Kids | Moral Stories for Kids in Hindi | moral story for children | moral story for kids | Moral Story Hindi | moral story in Hindi for kids | never give up moral story hindi | moral story with lesson | Lotpot बाल कहानी | कहानी जंगल की | चालाकी की कहानी | छोटी कहानी | छोटी जंगल कहानी | छोटी नैतिक कहानी | छोटी प्रेरक कहानी | छोटी बाल कहानी | छोटी मजेदार कहानी