जंगल की कहानी : शेर और सियार की चालाकी जंगल में एक समय की बात है, जब शेर अपनी ताकत पर बहुत घमंड करता था। शेर का मानना था कि उसकी ताकत के आगे कोई टिक नहीं सकता। वहीं दूसरी ओर, जंगल में एक चालाक सियार भी रहता था जो अपनी बुद्धिमत्ता पर गर्व करता था। By Lotpot 10 Oct 2024 in Jungle Stories Moral Stories New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 जंगल में एक समय की बात है, जब शेर अपनी ताकत पर बहुत घमंड करता था। शेर का मानना था कि उसकी ताकत के आगे कोई टिक नहीं सकता। वहीं दूसरी ओर, जंगल में एक चालाक सियार भी रहता था जो अपनी बुद्धिमत्ता पर गर्व करता था। सियार को शेर का घमंड बिल्कुल पसंद नहीं था और वो उसे सबक सिखाने की योजना बना रहा था। एक दिन शेर शिकार के बाद पेड़ के नीचे आराम कर रहा था, तभी सियार उसके पास आया। सियार ने उसे उकसाते हुए कहा, "महाराज, क्या आपने सुना है कि इस जंगल में कोई ऐसा भी है जो खुद को आपसे ज्यादा ताकतवर समझता है?" शेर ने चौंकते हुए पूछा, "क्या! कौन है वो? मुझे उसका नाम बताओ। उसे मैं अपनी ताकत दिखाना चाहता हूँ।" सियार ने शरारत से मुस्कुराते हुए कहा, "महाराज, वो आपके बराबर की ताकत रखता है और कहता है कि जंगल का असली राजा वही है। अगर आप चाहें तो मैं आपको उससे मिलवा सकता हूँ।" शेर ने गरजते हुए कहा, "हाँ, मुझे तुरंत ले चलो। मैं उसे दिखाऊँगा कि असली राजा कौन है!" सियार उसे एक पुराने कुएं के पास ले गया और धीरे से बोला, "महाराज, वो इसी कुएं में छुपा है। लेकिन ध्यान रहे, वो आपको देखते ही गुस्से में आ जाता है।" शेर ने जोश में आकर कुएं में झाँका और अपनी ही परछाई देखी, लेकिन अंधेरे और पानी की हलचल से उसे लगा कि कोई और शेर उसे घूर रहा है। शेर ने जोर से दहाड़ लगाई, और आश्चर्यजनक रूप से दहाड़ की आवाज वापस सुनाई दी। शेर को लगा कि कुएं में दूसरा शेर भी उसे चुनौती दे रहा है। उसने फिर से दहाड़ लगाई और इस बार थोड़ा और झुककर कुएं में देखना शुरू किया। लेकिन तभी सियार ने जोर से कहा, "महाराज, अगर वो आपको चुनौती दे रहा है, तो क्या आप उसे यूँ ही छोड़ देंगे?" शेर गुस्से में बोला, "कभी नहीं! मैं उसे सबक सिखाऊँगा।" यह कहते हुए शेर ने पूरी ताकत से कुएं में छलांग लगा दी। कुएं में गिरते ही शेर पानी में डूब गया और बाहर निकलने के लिए संघर्ष करने लगा। सियार को अपनी चालाकी पर गर्व हो रहा था। उसने जोर से हँसते हुए कहा, "महाराज, कभी-कभी घमंड करने से नुकसान हो जाता है। ताकत से ज्यादा जरूरी है समझदारी।" जंगल के अन्य जानवर भी यह सब देख रहे थे और सियार की बुद्धिमानी पर हँस रहे थे। शेर को अपनी गलती का अहसास हुआ, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। सीख: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि घमंड कभी भी किसी का भला नहीं करता और असली ताकत समझदारी में होती है, न कि केवल शारीरिक बल में। ये जंगल कहानी भी पढ़ें : अहंकार और विनम्रता का संघर्ष: जंगल की कहानीजंगल कहानी : गहरे जंगल का जादूमज़ेदार कहानी - जंगल की रोमांचक दौड़Jungle Story : दोस्त की मदद You May Also like Read the Next Article