जंगल की अनसुनी कहानी : एक बार की बात है, घने जंगल में एक विशालकाय हाथी रहता था। वह जंगल का सबसे बड़ा और ताकतवर जानवर था। उसकी विशालता के कारण बाकी जानवर उससे डरते थे, लेकिन हाथी बहुत ही दयालु था। वह कभी भी किसी को नुकसान नहीं पहुँचाता था।
एक दिन, हाथी जंगल में घूमते हुए एक छोटे से चूहे से मिला। चूहा बहुत ही छोटा और नाजुक था, लेकिन उसमें एक खास बात थी – वह बहुत चालाक और समझदार था। हाथी और चूहे की दोस्ती हो गई और वे दोनों साथ-साथ समय बिताने लगे।
कुछ दिनों बाद, हाथी गहरे दलदल में फंस गया। वह जितना बाहर निकलने की कोशिश करता, उतना ही और दलदल में धंसता चला जाता। हाथी ने मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाना शुरू किया, लेकिन उसकी आवाज़ सुनकर कोई जानवर उसके पास आने की हिम्मत नहीं कर रहा था। सभी जानवर दूर से ही यह दृश्य देख रहे थे, लेकिन कोई उसकी मदद नहीं कर पा रहा था।
तभी चूहे को पता चला कि उसका दोस्त मुसीबत में है। वह तुरंत वहां पहुंचा और बिना समय गंवाए एक योजना बनाई। उसने जंगल के सभी छोटे जानवरों को इकट्ठा किया और उन्हें हाथी की मदद करने के लिए कहा। चूहे ने उन सभी को समझाया कि अगर हम सभी मिलकर कोशिश करें तो हाथी को बचाया जा सकता है।
चूहा अपनी छोटी-छोटी लेकिन सटीक काटने की क्षमता का इस्तेमाल करते हुए हाथी के पैरों के आसपास की दलदल को धीरे-धीरे काटने लगा, ताकि हाथी को हल्का महसूस हो सके। बाकी छोटे जानवर भी मदद करने लगे। धीरे-धीरे, हाथी ने खुद को दलदल से बाहर निकालने में सफलता पाई।
हाथी चूहे और उसके दोस्तों का बहुत आभारी हुआ। उसने समझा कि चाहे कोई कितना भी बड़ा या ताकतवर क्यों न हो, सही समय पर सही सोच और मिलजुल कर काम करने से कोई भी कठिनाई हल की जा सकती है।
इस घटना के बाद, हाथी और चूहे की दोस्ती और भी गहरी हो गई।
कहानी से सीख :
इस कहानी से यह सिखने को मिलता है कि सच्ची दोस्ती और एकजुटता से किसी भी मुसीबत का सामना किया जा सकता है, चाहे आप बड़े हों या छोटे, सभी की अपनी-अपनी अहमियत होती है।