हिंदी जंगल कहानी: गीदड़ की होशियारी चितवन जंगल में एक गीदड़ राह करता था। उसकी यह प्रतिदिन की आदत थी कि वह खूब तड़के जाग जाता और हवाखोरी के लिए निकल पड़ता। सुबह की ताजी हवा उसके शरीर में स्फूर्ति भरती और वह पूरे दिन तरोताज़ा रहता। By Lotpot 10 Jun 2024 in Stories Jungle Stories New Update गीदड़ की होशियारी Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 हिंदी जंगल कहानी: गीदड़ की होशियारी:- चितवन जंगल में एक गीदड़ राह करता था। उसकी यह प्रतिदिन की आदत थी कि वह खूब तड़के जाग जाता और हवाखोरी के लिए निकल पड़ता। सुबह की ताजी हवा उसके शरीर में स्फूर्ति भरती और वह पूरे दिन तरोताज़ा रहता। सुबह टहलने वाले कुछ जीव-जंतुओं से उसकी दुआ-सलाम भी हो जाती। (Jungle Stories | Stories) उस दिन भी वह अपनी मांद से निकल कर जंगल की सैर करने चल दिया। अभी वह कुछ दूर ही गया था कि चौंक पड़ा। हुआ यह था कि रास्ते में हाथी दादा मरे पड़े थे। अरे कल तक भले-चंगे थे, कल दोपहर ही पोखर में पानी पीते देखे गए थे, पर होनी बलवान होती है। गीदड़ ने हाथी के शव के चारों ओर दो-तीन बार चक्कर लगाया। मौत का कारण वह जानना चाहता था। क्या एकाएक हार्टफेल हो गया? बीमार तो थे नहीं! फिर क्या हुआ?फिर गीदड़ ने मन बनाया- कोई न कोई तो बूढ़े हाथी का मांस खायेगा ही। क्या मैं ही शुरुआत करूँ? आहिस्ता-आहिस्ता उसकी भूख ने करवट लेना शुरू कर दिया था। सामने खाना रखा हो तो भूख जाग उठती है। उसकी निगाह सामने वाली झाड़ी के नीचे मरे पड़े एक खरगोश पर पड़ी। अब उसके कान खड़े हो गये। सारे शरीर में झुरझुरी हो उठी। उसे एक अनजाना सा खतरा महसूस होने लगा। अब उसने सब्र से काम लेना शुरू कर दिया। उसने मुंह मारने का इरादा त्याग दिया। फिर उसने बूढ़े हाथी के शव से कुछ दूर हटकर सोचना शुरू कर दिया। हांथी और खरगोश की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए उसने बहुत दिमाग दौड़ाया, पर रहस्य ही बना रहा। कोई सूराग हाथ न लगा। (Jungle Stories | Stories) सहसा उसको अपने दोस्त लंगूर राम की याद हो आई। वह लंगूर को बड़ा अक्लमंद मानता था। कोई भी विपत्ति आने पर वह... सहसा उसको अपने दोस्त लंगूर राम की याद हो आई। वह लंगूर को बड़ा अक्लमंद मानता था। कोई भी विपत्ति आने पर वह लंगूरराम से सलाह लेने अवश्य जाता था। कई बार लंगूरराम के सुझाव से उसे लाभ भी पहुंचा था। फिर गीदड़ लंबे-लंबे डग भरता हुआ आम के उस बगीचे की ओर बढ़ा, जहां लंगूर रहता था। सुबह-सुबह गीदड़ को आया देखकर लंगूर चौंक उठा। वह समझ गया कोई महत्वपूर्ण समस्या आ गयी है। अन्यथा उसका दोस्त इस समय न आया होता। गीदड़ पर भी परेशानी के भाव थे। “क्यों भाई खैरियत तो है? क्या समस्या आ गयी?” लंगूर ने जानना चाहा। (Jungle Stories | Stories) अब गीदड़ ने सारा किस्सा कह सुनाया। सारी बातें सुनने के बाद लंगूर अपनी पूंछ फटकारता हुआ बोला, “पहेली समझ में नहीं आ रही है। पहले मुआयना कर लूं, तभी चक्कर समझ में आएगा”। “हां-हां साथ चलो!” गीदड़ बोला। और फिर गीदड़ और लंगूर हाथी के शव के पास पहुंचे। लंगूर ने आस-पास का जायजा लिया। खरगोश और हाथी के शव को सूंघा भी। पर वह सही निर्णय पर नहीं पहुंच पाया। लंगूर अपने कान खुजाता-खुजाता बोला, “इन मौतों का रहस्य मेरी समझ में नहीं आ रहा है। बेहतर होगा, बंदर बिहारी के पास चला जाये, वो मुझसे ज्यादा होशियार है। शायद वो सही बता पाए”। इसके बाद गीदड़ और लंगूर बंदर बिहारी के पास जा पहुंचे। उसको आने का कारण बताया। बंदर बिहारी को तमाम बातों की ऐसी जानकारी थी, जो जंगल के किसी अन्य प्राणी को न थी। बंदर बिहारी ने सारा किस्सा जानने के बाद चुटकी बजायी। (Jungle Stories | Stories) बंदर बिहारी को चुटकी बजाते देखकर लंगूरराम के चेहरे पर संतोष के भाव आ गए। वह जानता था कि बंदर बिहारी तभी चुटकी बजाता था, जब वह किसी निर्णय पर पहुंच गया हो। फिर गीदड़, लंगूर और बंदर घटनास्थल पर पहुंचे। बंदर बिहारी ने हाथी और खरगोश के शव का निरीक्षण किया। फिर जैसे ही पास की झाड़ी पर उसकी निगाह गयी, उसके मुंह से सीटी-सी बज उठी। अब रहस्य से परदा उठ गया था। बंदर बिहारी ने बताया, “लंगूरराम, मैं इनकी मौत का कारण जान गया”। बीच में बात काटते हुए लंगूरराम ने पूछा, “हां-हां, कारण क्या हे?” (Jungle Stories | Stories) बंदर बिहारी बोला, “मौत का कारण सामने वाली झाड़ी है। इसकी पत्तियां जहरीली हैं। हाथी और खरगोश ने इस झाड़ी की पत्तियां खाई हैं, जिससे जहर उनके शरीर में फैल गया और वे चल बसे। यह जहरीली झाड़ी जंगल के अन्य प्राणियों की भी जान ले सकतीं हैं। फ़ौरन इसका सफाया किया जाना जरूरी है। यह हत्यारी झाड़ी अब एक मिनट भी यहां नहीं रहेगी। और फिर बंदर और लंगूरराम जहरीली झाड़ी को उखाड़ने में जी जान से जुट गये। पूरी झाड़ी उखाड़ कर उन दोनों ने एक बड़े गड्ढे में उसे दफन कर दिया। इधर गीदड़ सोच रहा था- “अच्छा हुआ मैंने सब्र से काम लिया। यदि मैंने अपनी भूख पर काबू न किया होता और मरे हुए हाथी का मांस खा लिया होता, तो मैं बेमौत मारा जाता। ईश्वर को लाख-लाख धन्यवाद! हे प्रभु! मेरी आगे भी रक्षा करना। (Jungle Stories | Stories) lotpot | lotpot E-Comics | majedar bal kahani | Bal Kahani in Hindi | Best Hindi Bal kahani | Hindi Bal Kahaniyan | bal kahani | Hindi Bal Kahani | choti majedar hindi kahani | choti hindi kahani | kids hindi kahaniyan | kids hindi kahani | bachon ki hindi kahaniyan | bachon ki majedar hindi kahani | bachcon ki hindi kahani | jungle ki majedar hindi kahani | kids hindi jungle Stories | kids hindi jungle story | best hindi jungle story | short hindi jungle stories | hindi jungle stories for kids | Hindi Jungle Stories | Hindi Jungle Story | bachon ki jungle kahani | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | मज़ेदार बाल कहानी | मजेदार बाल कहानी | बच्चों की बाल कहानी | बाल कहानियां | बाल कहानी | बाल कहानियाँ | हिंदी बाल कहानी | हिंदी बाल कहानियाँ | प्रेरक हिंदी कहानी | मज़ेदार हिंदी कहानी | हिंदी कहानियाँ | बच्चों की हिंदी जंगल कहानी | बच्चों की जंगल कहानी | बच्चों की कहानियाँ | बच्चों की हिंदी कहानी यह भी पढ़ें:- हिंदी जंगल कहानी: मन की बात Jungle Story: छुटकी गिलहरी Jungle Story: राजा की युक्ति Jungle Story: जैसी करनी वैसी भरनी #बाल कहानी #लोटपोट #Lotpot #Bal kahani #Hindi Jungle Story #Hindi Bal Kahani #Hindi Jungle Stories #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी #हिंदी कहानियाँ #kids hindi jungle Stories #बच्चों की जंगल कहानी #Hindi Bal Kahaniyan #Best Hindi Bal kahani #बाल कहानियां #लोटपोट ई-कॉमिक्स #हिंदी बाल कहानियाँ #hindi jungle stories for kids #बच्चों की हिंदी जंगल कहानी #बच्चों की हिंदी कहानी #best hindi jungle story #मजेदार बाल कहानी #Bal Kahani in Hindi #बच्चों की बाल कहानी #bachon ki hindi kahaniyan #बच्चों की कहानियाँ #मज़ेदार हिंदी कहानी #मज़ेदार बाल कहानी #kids hindi kahani #kids hindi kahaniyan #majedar bal kahani #choti hindi kahani #bachon ki jungle kahani #प्रेरक हिंदी कहानी #kids hindi jungle story #short hindi jungle stories #bachcon ki hindi kahani #bachon ki majedar hindi kahani #choti majedar hindi kahani #jungle ki majedar hindi kahani You May Also like Read the Next Article