मालिक की नजर: एक प्रेरक कहानी
यह प्रेरक कहानी रामू और कालिया की है, जहाँ एक सीधा-सादा इंसान अपनी सच्चाई से एक चोर को सुधारता है। रामू की भगवान पर आस्था और कालिया की बदलती सोच ने उन्हें नई जिंदगी दी, और दोनों ने मिलकर मेहनत से खुशहाली पाई।
यह प्रेरक कहानी रामू और कालिया की है, जहाँ एक सीधा-सादा इंसान अपनी सच्चाई से एक चोर को सुधारता है। रामू की भगवान पर आस्था और कालिया की बदलती सोच ने उन्हें नई जिंदगी दी, और दोनों ने मिलकर मेहनत से खुशहाली पाई।
Web Stories: सूर्य नगर में धनंजय नाम का एक बहुरूपिया रहता था अपनी रूप बदलने की कला को प्रदर्शित कर वह लोगों को प्रसन्न करता था। और अपनी जीविका चलाता था इस कला में
Web Stories: उस दिन की दोपहर झामू (घर का नौकर) के लिए काफी व्यस्त थी क्योंकि वो पूरा दिन मूर्ति के पीछे भागता रहा। मूर्ति बड़ा ही शरारती बच्चा था।
Web Stories: बारिश थम चुकी थी। चारों ओर हरियाली छाई हुई थी। पानी से धुले पेड़ों पर एक नयी छटा दिख रही थी। मधुमक्खी एक खिले हुये फूल पर मडंरा रही थी।
Web Stories: रामू पढ़ाई में बहुत ही होशियार था उसके मन में बहुत उम्मीदें थीं, कि वह पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बनेगा। पर वह हमेशा उदास रहता था परीक्षा निकट थी रामू की मां ने देखा
Web Stories: एक बार राजा मान सिंह ने राज्य में अंधे लोगों को भीख देने का फैसला किया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई अंधा व्यक्ति भीख लेने से छूट न जाए।
Web Stories: कीर्ति, नेहा, सोनू, प्रिया और उनकी क्लास के बाकी साथी आज बहुत खुश थे, गर्मियों की छुट्टियों के बाद अभी स्कूल को खुले कुछ ही दिन हुए थे।