खरगोश और गिलहरी की अनोखी यात्रा
जंगल के किनारे, एक प्यारा खरगोश और एक चतुर गिलहरी रहते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे, लेकिन उनकी आदतें और पसंद एक-दूसरे से बिल्कुल अलग थीं। खरगोश बहुत तेज दौड़ता था
जंगल के किनारे, एक प्यारा खरगोश और एक चतुर गिलहरी रहते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे, लेकिन उनकी आदतें और पसंद एक-दूसरे से बिल्कुल अलग थीं। खरगोश बहुत तेज दौड़ता था
गांव के साप्ताहिक बाजार के बाहर एक व्यापारी अपने मिट्टी के बर्तन एक बोरे में भर रहा था। उसने ज्यादा से ज्यादा बर्तन उस बोरे मे ठूंस दिए कि तभी अचानक उसकी नजर एक मजदूर पर पड़ी।
जब अमित ने ऐलान किया कि वह एक विदेशी लड़की से विवाह करेगा तो घर में तूफान आ गया। “जिस लड़की से तुम विवाह करने जा रहे हो वह क्रिश्चियन है क्या?
अधिकांश अध्यापक कक्षा में गम्भीर रहते हैं मगर कभी-कभी हमारा सामना किसी ऐसे अध्यापक से भी हो जाता है जो असाधारण रूप से चतुर होता है। नसीरुद्दीन एक एसे ही अध्यापक थे।
गर्मी की एक शाम नसरू घर के बाहर पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। तभी उसे कुछ खटपट सुनाई दी। उसने मुड़ कर देखा तो उसके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। एक चोर उसके मकान में घुस रहा था।
एक बार राजा मान सिंह ने राज्य में अंधे लोगों को भीख देने का फैसला किया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई अंधा व्यक्ति भीख लेने से छूट न जाए।
रीता और रंजन भाई-बहन थे। उनके पिता जी का तो व्यापार था। इसलिए वे अपने व्यापार में व्यस्त रहते थे। महीने में पंद्रह दिन तो व्यापार के सिलसिले में बंगलौर रहते थे। घर में मां का ही हुक्म चलता था।