प्रतिशोध की अग्नि: मेंढक राजा और सर्प का घातक समझौता | अहंकार का पतन
घातक प्रतिशोध की कहानी हमारे मन के अँधेरे कोने को दर्शाती है, जहाँ अहंकार का छोटा-सा घाव भी एक बड़ी आग में बदल सकता है। यह कहानी हमें सिखाती है कि घमंड में लिया गया
घातक प्रतिशोध की कहानी हमारे मन के अँधेरे कोने को दर्शाती है, जहाँ अहंकार का छोटा-सा घाव भी एक बड़ी आग में बदल सकता है। यह कहानी हमें सिखाती है कि घमंड में लिया गया
बंदर और हिरण की यह कहानी हमें बताती है कि सच्ची दोस्ती और मुश्किल समय में धैर्य से लिया गया फ़ैसला कितना ज़रूरी होता है। आइए, एक ऐसे जंगल की यात्रा करें जहाँ दो बिल्कुल अलग दोस्त एक-दूसरे की मदद करते हैं और हमें जीवन का एक बड़ा सबक सिखाते हैं।
जंगल कहानी : ईमानदारी की मिसाल:- यह कहानी जंगल के राजा वीरसिंह और एक छोटे हिरण चंदू की है। जब वीरसिंह के राजमहल से एक अनमोल माणिक चोरी होता है, तो चंदू अपनी गलती स्वीकार करता है और बताता है
यह कहानी मस्तू बंदर और भोली बकरी की है, जो एक सूखे जंगल में पानी की तलाश में हैं। मस्तू कुएँ में फँस जाता है और अपनी चालाकी से भोली को कुएँ में कूदने के लिए मना लेता है
हरियाली से भरे एक जंगल में, जहाँ पेड़ों की छाँव और फूलों की महक हर तरफ बिखरी थी, एक अनोखी दोस्ती की कहानी गूंजती थी। यह थी गोलू हाथी और चुलबुली चिड़िया की दोस्ती।
जंगल के राजा का जन्मदिन: यह कहानी जंगल के राजा शेर सिंह के जन्मदिन की है, जिसके लिए जंगल के सारे जानवर मिलकर एक शानदार सरप्राइज़ पार्टी आयोजित करते हैं।
जंगल की यह मौलिक कहानी आपको सिखाएगी कि ताक़त से ज़्यादा बुद्धि क्यों मायने रखती है। मिलिए 'बुद्धू' नाम के एक छोटे, लेकिन बहुत चतुर खरगोश से, जिसने अपनी तेज़ दिमाग से पूरे जंगल को एक विशाल ख़तरे से बचाया।