Public Figure: उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेम चंद
मुंशी प्रेम चंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस के पास मौजा लमही में हुआ था। उनका वास्तविक नाम धनपत राय था और घर पर उन्हें नवाब राय कहा जाता था। इसी नाम से उन्होंने अपने साहित्यिक जीवन की शुरुआत की।
मुंशी प्रेम चंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस के पास मौजा लमही में हुआ था। उनका वास्तविक नाम धनपत राय था और घर पर उन्हें नवाब राय कहा जाता था। इसी नाम से उन्होंने अपने साहित्यिक जीवन की शुरुआत की।
राम मनोहर लोहिया का जन्म 23 मार्च, 1910 को उत्तर प्रदेश के अकबरपुर में हुआ था। उनकी मां एक शिक्षिका थीं जब वे बहुत छोटे थे तभी उनकी मां का निधन हो गया था। अपने पिता से जो एक राष्ट्रभक्त थे।
मोरारजी देसाई का जन्म 29 फरवरी 1896 को गुजरात के बुलसर जिले के भदेली नामक गाँव में हुआ था। उनके पिता रणछोड़जी देसाई भावनगर में एक स्कूल अध्यापक थे और बाद में मानसिक अवसाद से ग्रस्त रहने के कारण उन्होंने आत्म-हत्या कर ली थी।
यदि भारतीयों से पूछा जाए कि "धुंडिराज गोविंद फाल्के कौन थे?" तो वे कुछ भी नहीं कहेंगे। लेकिन 'दादा साहब फाल्के' नाम का उल्लेख करें तो यह अधिकांश भारतीयों को बहुत परिचित लगेगा।
दादाभाई नौरोजी एक भारतीय सामाजिक राजनीतिक नेता और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापकों में से एक थे। एक प्रमुख राष्ट्रवादी लेखक और प्रवक्ता, वह ब्रिटिश संसद में सदस्यता के लिए चुने जाने वाले पहले भारतीय थे।
आर.के. नारायण अंग्रेजी में लिखने वाले सबसे प्रसिद्ध और सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले भारतीय उपन्यासकारों में से एक हैं। आर.के. नारायण का जन्म 1906 में मद्रास, दक्षिण भारत में हुआ था।
भारत की एक और बेटी, कैप्टन शिवा चौहान अपनी मेहनत और हिम्मत के बल पर आसमान की बुलंदी छू रही है। शिवा वो प्रथम महिला सैन्य अधिकारी हैं जो सियाचिन की कठिन परिस्थितियों में ड्यूटी करने के लिए तैनात हैं।