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Fruit of mercy - an inspirational story
दया का फल – एक प्रेरणादायक कहानी : यह कहानी हमें सिखाती है कि दया और करुणा केवल दूसरों की मदद ही नहीं करतीं, बल्कि किसी न किसी रूप में हमें भी उसका फल मिलता है। किसी पर उपकार करने से हम कभी गरीब नहीं होते, बल्कि हमारी आत्मा और ज्यादा समृद्ध हो जाती है। यह कहानी एक छोटे से गांव में रहने वाले रघु की है, जिसने अपने जीवन में एक नेक काम किया और उसका फल उसे एक अप्रत्याशित रूप में मिला।
🌿 एक गांव का दयालु किसान
रघु एक गरीब लेकिन ईमानदार किसान था। वह मेहनत से खेतों में काम करता और अपनी पत्नी और बेटे के साथ खुशहाल जीवन बिताता। उसका मानना था कि "दूसरों की मदद करना सबसे बड़ा धर्म है।"
एक दिन जब वह अपने खेत में हल चला रहा था, तभी उसने देखा कि एक सांप पास के झाड़ी में फंसा हुआ है। वह दर्द से तड़प रहा था और निकलने की कोशिश कर रहा था। आसपास के लोग उसे मारने की सलाह देने लगे, लेकिन रघु को दया आ गई। उसने बिना डरे झाड़ी से सांप को निकालकर खुले मैदान में छोड़ दिया।
गांव वालों ने उसे कहा, "तुमने बहुत बड़ी गलती की है! सांप विषैला होता है, वह किसी दिन तुम्हें डसेगा!"
रघु मुस्कुराया और बोला, "अगर किसी को मुसीबत से बचाना गलती है, तो मैं यह गलती बार-बार करूंगा!"
💰 अप्रत्याशित इनाम
अगली सुबह जब रघु अपने खेत में गया, तो उसे एक चमचमाता सोने का सिक्का पड़ा मिला। वह हैरान था लेकिन उसने उसे उठाकर घर ले आया। अगले दिन फिर वही हुआ – ठीक उसी जगह पर उसे एक और सोने का सिक्का मिला!
अब यह रोज़ का नियम बन गया। हर दिन जब वह खेत में जाता, तो उसे वहां एक सोने का सिक्का मिल जाता। रघु समझ गया कि यह कोई साधारण घटना नहीं है, बल्कि किसी चमत्कार का परिणाम है।
कुछ समय बाद, एक दिन वह खेत में काम कर रहा था, तभी वही सांप उसके पास आया। लेकिन इस बार वह शांत था। सांप ने फुफकारते हुए कहा, "रघु, तुमने मेरी जान बचाई थी, इसलिए मैं तुम्हें रोज़ सोने का एक सिक्का दे रहा था। लेकिन अब मुझे जाना होगा। याद रखना, दया का फल हमेशा मीठा होता है।"
रघु ने धन्यवाद कहा और सांप जंगल में चला गया।
🤲 लालच का दुष्परिणाम
रघु का पड़ोसी यह सब देख रहा था। वह एक लोभी और स्वार्थी व्यक्ति था। उसने सोचा, "अगर मैं सांप को पकड़ लूं और उससे जबरदस्ती सारे सोने के सिक्के निकलवा लूं, तो मैं अमीर बन जाऊंगा!"
अगले दिन, वह चुपके से खेत में गया और सांप को पकड़ने की कोशिश करने लगा। लेकिन जैसे ही उसने सांप की पूंछ पकड़ी, सांप ने क्रोधित होकर उसे डस लिया। कुछ ही पलों में उसकी मौत हो गई।
रघु को जब यह खबर मिली, तो उसने अफसोस जताया और कहा, "लोभ हमेशा विनाश की ओर ले जाता है। जो व्यक्ति धैर्य और दया रखता है, वही सच्चे सुख को प्राप्त करता है।"
🌟 कहानी से सीख
👉 दया और करुणा का हमेशा अच्छा परिणाम होता है।
👉 लोभ और स्वार्थ का अंत हमेशा बुरा होता है।
👉 कभी भी किसी को संकट में देखकर उसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।
👉 जो व्यक्ति दूसरों की भलाई करता है, उसे जीवन में कभी कमी नहीं होती।
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