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रोनक और उसका ड्रोन: शहर में तकनीक की यात्रा - रोनक, जो नई दिल्ली में रहता है, हमेशा नए-नए प्रयोग करने का शौक रखता था। उसे तकनीक और खासकर ड्रोन उड़ाने का बहुत शौक था। एक दिन, उसने अपने स्कूल में एक विज्ञान मेला होने की सूचना सुनी, जिसमें बच्चों को अपने विज्ञान के प्रोजेक्ट्स दिखाने थे।
रोनक: "माँ, मैं इस विज्ञान मेले में भाग लेना चाहता हूँ। मुझे एक ड्रोन चाहिए।"
माँ: "बेटा, ड्रोन खरीदना थोड़ा महंगा होगा। लेकिन तुम कोशिश कर सकते हो। तुम अपने दोस्तों से मदद ले सकते हो।"
रोनक ने सोचा कि क्यों न अपने दोस्त राज से मदद मांगी जाए। उसने राज को बुलाया।
रोनक: "राज, क्या तुम मेरे साथ विज्ञान मेले में भाग लोगे? हमें एक ड्रोन की जरूरत है।"
राज: "हाँ, क्यों नहीं! लेकिन हमें इसे बनाने के लिए कुछ योजना बनानी होगी।"
दोनों दोस्तों ने इंटरनेट पर ड्रोन बनाने की जानकारी इकट्ठा की। उन्होंने पुरानी चीजों जैसे प्लास्टिक की बोतलें, मोटर्स, और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इकट्ठा किए। उन्होंने अपनी रचनात्मकता का उपयोग करते हुए एक ड्रोन बनाने की योजना बनाई।
रोनक: "चलो, हम इसे एक साथ बनाते हैं! अगर हम मेहनत करेंगे, तो कुछ भी संभव है।"
राज: "बिल्कुल! मेहनत से सफलता जरूर मिलेगी।"
आखिरकार, एक महीने की कड़ी मेहनत के बाद, उनका ड्रोन तैयार हो गया। अब उन्हें उसे विज्ञान मेले में उड़ाने का मौका मिला।
विज्ञान मेले के दिन, नई दिल्ली के स्कूलों से बच्चे और उनके माता-पिता वहाँ थे। रोनक और राज ने अपने ड्रोन को मेले में उड़ाया। उनका ड्रोन आसमान में ऊँचाई पर उड़ रहा था, और सभी लोग उसे देखकर आश्चर्यचकित थे। अचानक, ड्रोन एक पेड़ में फंस गया!
रोनक: "ओह नहीं! हमारा ड्रोन तो फंस गया। अब हम क्या करेंगे?"
राज: "हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। चलो, हम इसे नीचे लाने का प्रयास करते हैं।"
दोनों ने एक लंबी लकड़ी और कुछ रस्सी से ड्रोन को नीचे लाने की कोशिश की। लेकिन ड्रोन पेड़ की ऊँचाई पर फंसा था। तभी, एक और बच्चा आया, जिसका नाम अजय था।
अजय: "क्या आप मदद चाहते हैं? मैं अपने पिता के साथ यहाँ हूँ। वह ड्रोन उड़ाने में मदद कर सकते हैं।"
रोनक और राज ने अजय से मदद मांगने का फैसला किया। अजय का पिता एक अनुभवी पायलट था और उसने ड्रोन को आसानी से नीचे लाने में मदद की।
जब ड्रोन वापस नीचे आया, तब सभी बच्चों ने ताली बजाई। रोनक और राज ने अजय का धन्यवाद किया। उन्होंने सीखा कि दूसरों से मदद मांगने में कोई शर्म नहीं होती।
रोनक: "धन्यवाद, अजय! तुमने हमारी बहुत मदद की।"
राज: "हाँ, हमें यह समझ में आया कि दोस्ती और सहयोग से हम बड़ी से बड़ी मुश्किल का सामना कर सकते हैं।"
विज्ञान मेले में, उन्होंने अपने ड्रोन के प्रदर्शन के साथ-साथ टीमवर्क की ताकत भी प्रदर्शित की। उन्होंने महसूस किया कि अगर वे मिलकर काम करें, तो किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं।
कहानी से सीख:
रोनक और उसके ड्रोन की कहानी हमें यह सिखाती है कि तकनीक के साथ-साथ दोस्ती और सहयोग भी महत्वपूर्ण हैं। यह कहानी बच्चों को प्रेरित करती है कि वे अपने सपनों के पीछे मेहनत करें और कभी हार न मानें। साथ ही, यह उन्हें यह भी बताती है कि दूसरों से मदद मांगना कभी भी गलत नहीं है, बल्कि यह एक अच्छा कदम है।