सेना ने 15,000 फीट पर पहला पोर्टेबल अस्पताल बनाया पोर्टेबल अस्पताल - भारतीय सेना ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए 15,000 फीट की ऊंचाई पर दुनिया का पहला पोर्टेबल अस्पताल स्थापित किया है। इस अत्याधुनिक अस्पताल को 'आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब' के नाम से जाना जाता है। By Lotpot 28 Sep 2024 in Positive News New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 पोर्टेबल अस्पताल - भारतीय सेना ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए 15,000 फीट की ऊंचाई पर दुनिया का पहला पोर्टेबल अस्पताल स्थापित किया है। इस अत्याधुनिक अस्पताल को 'आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब' के नाम से जाना जाता है। इसे भारतीय वायु सेना और सेना के संयुक्त प्रयासों से सफलतापूर्वक तैनात किया गया है। यह उपलब्धि भारत की चिकित्सा प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन में एक बड़ा कदम है। मिशन की चुनौतियाँ और तकनीक: 15,000 फीट की ऊंचाई पर अस्पताल की स्थापना करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, क्योंकि इस ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी, मौसम की कठिनाइयाँ और भौगोलिक परिस्थितियाँ होती हैं। इसके बावजूद भारतीय सेना ने इसे एक सटीक पैराशूट ड्रॉप ऑपरेशन के माध्यम से संभव बनाया। इस मिशन के तहत 'आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब' को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात किया गया, जहां तुरंत चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ सकती है। आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब के विशेषताएँ: यह पोर्टेबल अस्पताल नवीनतम चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित है। इसका उद्देश्य आपातकालीन चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराना है, चाहे वह प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हो या फिर युद्ध क्षेत्र में। यह अस्पताल हल्का, टिकाऊ और जल्दी तैनात किया जा सकता है, जिससे इसे मुश्किल परिस्थितियों में भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें प्राथमिक चिकित्सा सेवाएँ, जीवनरक्षक उपकरण, और गहन चिकित्सा देखभाल की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। सेना की उपलब्धि का महत्त्व: यह पोर्टेबल अस्पताल भारतीय सेना की उच्च तकनीकी क्षमता और सामरिक कौशल का प्रतीक है। इसने सेना की चिकित्सा सेवाओं को और भी मजबूत बना दिया है, जो देश के दुर्गम क्षेत्रों में भी आसानी से तैनात की जा सकती हैं। सेना के अधिकारीयों ने इसे भविष्य की तैयारियों और आपदा प्रबंधन में क्रांतिकारी कदम बताया है। भविष्य की संभावनाएँ: इस पोर्टेबल अस्पताल के सफल परीक्षण के बाद, भारतीय सेना इसे विभिन्न ऊंचाई वाले और दूरस्थ क्षेत्रों में तैनात करने की योजना बना रही है। इसके अलावा, इसे अन्य सैन्य और नागरिक मिशनों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह तकनीक अन्य देशों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन सकती है, जो ऊंचाई वाले क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करने में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इस प्रकार, भारतीय सेना ने 15,000 फीट की ऊंचाई पर पोर्टेबल अस्पताल की स्थापना करके न केवल चिकित्सा क्षेत्र में अपनी क्षमता को सिद्ध किया है, बल्कि देश और दुनिया के लिए एक नया मानक भी स्थापित किया है। यहाँ पढ़ें और Positive News स्पेस में छुट्टियाँ: अब सपना नहीं, हकीकत बनने के करीब!ड्रोन से आइसक्रीम की डिलीवरी: बच्चों के लिए मजेदार तकनीक!Positive News : मोटू-पतलू हमारा फेवरेट है -अधर्व, शुभ, ख़ुशी और देवीरील्स का बढ़ता क्रेज: बच्चों और युवाओं पर खतरनाक असर #Bal Samachar You May Also like Read the Next Article