कला के जरिये तनावमुक्त परीक्षा का संदेश: पीएम मोदी- नई दिल्ली के शांतिपथ पर 4 जनवरी 2025 को आयोजित एग्जाम वॉरियर्स आर्ट फेस्टिवल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान आकर्षित किया। इस अनूठे आयोजन का उद्देश्य छात्रों को कला के माध्यम से परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए प्रेरित करना था। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल "एक्स" पर इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा, “कला के जरिये तनावमुक्त परीक्षा का संदेश देना एक शानदार पहल है। यह देखकर खुशी हुई कि हजारों युवा इस उद्देश्य के लिए एकजुट हुए।” इस महोत्सव में 30 से अधिक विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 तक के लगभग 4,000 छात्रों ने भाग लिया। छात्रों ने अपनी रचनात्मकता को उजागर करते हुए रंगों और कला के माध्यम से अपने विचार प्रस्तुत किए। यहां तक कि दिव्यांग छात्रों ने भी अपने शिक्षकों के सहयोग से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। केंद्रीय मंत्री ने भी दी प्रेरणा इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने छात्रों से संवाद करते हुए उन्हें परीक्षा के तनाव को कम करने और सकारात्मक मानसिकता बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की पुस्तक "एग्जाम वॉरियर्स" का उल्लेख करते हुए कहा कि इस पुस्तक में दी गई सीख छात्रों को प्रेरित करती है और आत्मविश्वास बढ़ाती है। प्रधानमंत्री ने दिया विशेष संदेश प्रधानमंत्री मोदी ने अपने रिकॉर्डेड संदेश में छात्रों को परीक्षा के डर से बाहर आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “जब भी हम कुछ बनने का सपना देखते हैं, तो निराशा हो सकती है। लेकिन जब हम कुछ करने का सपना देखते हैं, तो हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने की प्रेरणा मिलती है। इसलिए, कुछ बनने के बजाय कुछ करने पर ध्यान दें।” इस कार्यक्रम में छात्रों ने कला के जरिये अपने विचार व्यक्त किए, जो यह दर्शाता है कि कैसे रचनात्मकता तनाव को कम करने में मदद कर सकती है। प्रधानमंत्री मोदी की पुस्तक से प्रेरित इस पहल ने यह साबित किया कि कला के माध्यम से छात्रों को एक नई दिशा दी जा सकती है। निष्कर्ष एग्जाम वॉरियर्स आर्ट फेस्टिवल छात्रों के लिए सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक नई सोच का मंच था। यह कार्यक्रम यह सिखाता है कि परीक्षा का तनाव खत्म करने के लिए रचनात्मकता और सकारात्मकता कितनी महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो उन्हें अपने जीवन में आत्मविश्वास और खुशी के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। और पढ़ें : चालाक चिंटू ने मानी ग़लती | हिंदी कहानी चेहरे को ठंड क्यों नहीं लगती? Fun Story : मोहित का चतुराई भरा प्लान आनंदपुर का साहसी हीरो