Bal Kavita: बनें नेक इन्सान By Lotpot 30 Mar 2024 in Poem New Update बनें नेक इन्सान Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 बनें नेक इन्सान सबके भाग्य विधाता, हमको इतना दो वरदान,पढ़-लिखकर के इस दुनिया में,बनें नेक इन्सान। जड़-चेतन में वास तुम्हारा सब में तेज समाया है, जिस पर दया वही समझ फिर पाया है,ज्ञान-ध्यान कुछ भी नहीं जाने, बालक हम नादान, पढ़-लिखकर के इस दुनिया में,बने नेक इन्सान। चाहे सुख-दु:ख आएं कितने अथवा घोर अन्धेरा हो,ज्ञान का दीप जला देना प्रभु मन में नित्य सवेरा हो,अपने पथ पर बढ़ते जाएं, अंधेरों पर मुस्काएं, पढ़-लिखकर के इस दुनिया में,बने नेक इन्सान। छोटे-छोटे हैं सब बालक विनती हम तुमसे करते,करूण पुकार सुनो हे स्वामी! त्रिविधी ताप सारे हरते,शरणागत् प्रभु जो भी आता, करते आप समाधान, पढ़-लिखकर के इस दुनिया में,बनें नेक इन्सान। lotpot | lotpot E-Comics | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | bal kavita | kids hindi poems | kids poems | hindi poems for kids | kids hindi rhymes | Hindi Rhymes for kids | hindi rhymes | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | हिंदी बाल कवितायें | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | बच्चों की कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: प्रेम रंग होली Bal Kavita: चतुर मामा Bal Kavita: पुस्तक Bal Kavita: जब चूहा बना हज्जाम #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #Hindi Rhymes for kids #kids hindi rhymes #kids hindi poems #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #बाल कवितायें #हिंदी बाल कवितायें #kids poems #hindi poems for kids You May Also like Read the Next Article