Bal Kavita: ठंडी की ऋतु आयी है By Lotpot 07 Mar 2024 in Poem New Update ठंडी की ऋतु आयी है Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 ठंडी की ऋतु आयी है रेवड़ियों का बजा झुनझुना,मूंगफली मुस्कायी है। अमरूदों की लेकर टोकरीठंडी की ऋतु आयी है।। आईस्क्रीम-कुल्फी की,जैसे हो गई आज विदायी है। गर्मागर्म चाय ने घर घर,अपनी धाक जमायी है।। रंग-बिरंगे स्वेटर की,कीमत कितनी बढ़ आयी है। बच्चे-बूढ़े सबने ओढी,गुदड़ी और रजायी है।। किरण-किरण सूरज की,मानो सोने-की बनी आयी है। आंगन तक आने में,अब तो धूप अरे शर्मायी है।। lotpot | lotpot E-Comics | bal kavita | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | kids hindi poems | kids hindi poem | entertaining kids poem | kids poems | Hindi Rhymes for kids | kids hindi rhymes | hindi rhymes | kids rhymes | लोटपोट | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | हिंदी बाल कवितायें | बच्चों की मनोरंजक कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: जूता जापानी Bal Kavita: क्रिकेट का खेल Bal Kavita: चंचल तितली Bal Kavita: बन्दर जी की सूरत #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #entertaining kids poem #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #Hindi Rhymes for kids #kids rhymes #kids hindi rhymes #kids hindi poems #kids hindi poem #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #बाल कवितायें #हिंदी बाल कवितायें #kids poems You May Also like Read the Next Article