Bal Kavita: रंग रंगीली पतंग By Lotpot 01 Apr 2024 in Poem New Update रंग रंगीली पतंग Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 रंग रंगीली पतंग रंग रंगीली उड़ी पतंग,तरह तरह की उड़ी पतंग। संग हवा के झोकों के,दूर कहीं उड़ जाती पतंग। डोरी से जुड़ रही पतंग,इधर उधर मुड़ रही पतंग। नील गगन को छूने को,दूर दूर उड़ रही पतंग। भिड़ी कहीं ये कटी पतंग,पड़ी कहीं ये कटी पतंग। मस्ती से यह उड़ी गगन में,उड़ने में ना हटी पतंग। दिखलाती है अदा पतंग,मन को भाती सदा पतंग। उड़ते उड़ते कब हो जाती,हमसे यों अलविदा पतंग। lotpot | lotpot E-Comics | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | bal kavita | kids hindi poems | kids poems | hindi poems for kids | kids hindi rhymes | Hindi Rhymes for kids | hindi rhymes | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | हिंदी बाल कवितायें | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | बच्चों की कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: सर्दी रानी Bal Kavita: देहरादून Bal Kavita: प्यारी गौरईया Bal Kavita: ज्योतिषी चूहा #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #Hindi Rhymes for kids #kids hindi rhymes #kids hindi poems #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #बाल कवितायें #हिंदी बाल कवितायें #kids poems #hindi poems for kids You May Also like Read the Next Article