Bal Kavita: प्यारी गौरईया By Lotpot 25 Jan 2024 in Poem New Update प्यारी गौरईया प्यारी गौरईया जल्दी आकर देखो भईया, कितनी सुदंर ये गौरईया। छोटे-छोटे पंख हिलाती,चुपके से ये घर में आई। आंगन को खाली देखा तो,फुदक-फुदक कर ये इतराई। चावल के दाने जब देखे,मित्रों को भी बुला लिया। ची-ची करके दाने चुनकर,पेट भरा और मजा लिया। मस्ती में फिर ऐसे झूमी,ज्यों नाचे करके ता-थईया। गोल-गोल सी आंखों वाली,लगती प्यारी ये गौरईया। lotpot-e-comics | hindi-bal-kavita | manoranjak-bal-kavita | kids-rhymes | entertaining-kids-poem | kids-poem | hindi-kids-poem | hindi-rhymes-for-kids | hindi-rhymes | kids hindi poem | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-kvitaa | बच्चों की कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: सन्देश Bal Kavita: मेंढक मामा Bal Kavita: जनवरी आ गई Bal Kavita: तारे #लोटपोट #Lotpot # kids poem #बच्चों की कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #entertaining kids poem #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi kids Poem #hindi rhymes #Hindi Rhymes for kids #kids rhymes #kids hindi poem You May Also like Read the Next Article