Bal Kavita: कंजूस का सपना By Lotpot 26 Nov 2023 in Poem New Update कंजूस का सपना एक दिवस कंजूस मियां।को सपना आया।। सपने में एक पाव।इकट्ठा दूध मंगाया।। फिर उसमें कुछ चावल।डाले, खीर बनाई।। बड़े प्रेम से उसने।थाली बीच सजाई।। फिर वह बैठा बड़े।मजे से उसको खाने।। चाट-चाट कर होंठ।लगा वह स्वाद लगाने।। खुली आंख इतने में।और वह सपना दूटा।। चीख पड़ा वह हाय।किसी ने मुझको लूटा।। lotpot-e-comics | Hindi Bal Kavita | manoranjak-bal-kavita | लोटपोट | hindii-baal-kvitaa | baal-kvitaa यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: गाय Bal Kavita: सरपंच महोदय Bal Kavita: लिटिल मास्टर Bal Kavita: विजय दिवस की कविता #लोटपोट #Lotpot #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita You May Also like Read the Next Article