Bal Kavita: नई सुबह By Lotpot 29 Jan 2024 in Poem New Update नई सुबह नई सुबह लो पूरब में छाई लाली,चिड़िया चहकी डाली डाली। रात ढल गई बिस्तर छोड़ो,नई सुबह से नाता जोड़ो। हंसते हंसते जो जगते हैं,फूलों से सुन्दर लगते हैं। भोर जगाये आंखे खोलो,भारत माता की जय बोलो। काम सभी कर डालो अपना,पड़े देखते रहो न सपना। मीठे बोल सभी से बोलो,बात बात में मिसरी घोलो। lotpot-e-comics | hindi-bal-kavita | manoranjak-bal-kavita | kids-poem | kids-hindi-poem | kids-rhymes | hindi-rhymes | hindi-rhymes-for-kids | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-kvitaa | bccon-kii-mnornjk-kvitaa | bccon-kii-kvitaa यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: प्यारी गौरईया Bal Kavita: ऊंट हुआ कुबड़ा Bal Kavita: बच्चे हम Bal Kavita: गणेशा मेरा बेस्ट फ्रेंड #लोटपोट #Lotpot # kids poem #बच्चों की कविता #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #Hindi Rhymes for kids #kids rhymes #kids hindi poem You May Also like Read the Next Article