Bal Kavita: सागर महिमा By Lotpot 03 Feb 2024 in Poem New Update सागर महिमा सागर महिमा सागर की ऊंची लहरों में,है अनंत व्यापक विस्तार। खारे जल के भोतर ही,बसा हुआ पूरा संसार। सागर की छाती पर दौड़े,कई मंजिलों वाले यान। देशों को आपस में जोड़े,सागर महिमा बड़ी महान। यहाँ वनस्पति और खनिज का,छिपा हुआ विपुल भण्डार है। सागर की है सृष्टि निराली,इसकी राह अपार है। रोजी, रोटी मछुआरों को,सागर देता पालक बनकर। मोती वाले गोता खोर,बैठे जब नीले जल अंदर। सागर से मीठा जल पाकर,काले मेघ उमड़ते है। हरा भरा धरती को रखते,बनकर हृदय धड़कते हैं। lotpot-e-comics | hindi-bal-kavita | manoranjak-bal-kavita | kids-poem-in-hindi | hindi-kids-poem | hindi-rhymes | kids-hindi-rhymes | kids-rhymes | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | baal-kvitaa | hindii-baal-kvitaa यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: तितली रानी Bal Kavita: गुड़िया Bal Kavita: बहाना Bal Kavita: चुहिया रानी #लोटपोट #Lotpot #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi kids Poem #hindi rhymes #kids rhymes #kids poem in hindi #kids hindi rhymes You May Also like Read the Next Article