Bal Kavita: आया बसन्त By Lotpot 22 Mar 2024 in Poem New Update आया बसन्त Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 आया बसन्त आया बसन्त आया बसन्त,वन-उपवन में छाया बसन्त कोयल बोली डोली समीर,बंसी सी बजती नदी तीर। मन में उमंग तन में तरंग,क्या नये रंग लाया बसन्त। आया बसन्त आया बसन्त।। उड़ता हरियाली का दुकूल,पीले सरसों के खिले फूल। कलियों में सुंदर फूलों में,छिप करके मुस्काया बसन्त। महकी अमराई महर-महर,मंजरियां फूटी छहर-छहर। तितली भौरे हो गये मगन,सबके मन को भाया बसन्त। आया बसन्त आया बसन्त।। lotpot | lotpot E-Comics | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | bal kavita | kids hindi poems | kids poems | hindi poems for kids | Hindi Poems | kids hindi rhymes | hindi rhymes | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | हिंदी बाल कवितायें | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | हिंदी कवितायें | बच्चों की कविता | हिंदी कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: बन्दर जी ने तोप चलाई Bal Kavita: चतुर मामा Bal Kavita: बादल भैया Bal Kavita: बेटी #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #हिंदी कविता #kids hindi rhymes #kids hindi poems #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #Hindi Poems #हिंदी कवितायें #बाल कवितायें #हिंदी बाल कवितायें #kids poems #hindi poems for kids You May Also like Read the Next Article