Bal Kavita: सूरज भैया चंदा मामा By Lotpot 01 Mar 2024 in Poem New Update सूरज भैया चंदा मामा सूरज भैया चंदा मामा सूरज भैया चंदा मामा,दोनों गोरे प्यारे प्यारे। बारी बारी से नित आते,खुशी बांटने वाले न्यारे। तड़के से उठ सूरज आते,सबको आकर रोज जगाते। सुप्रभात का रंग नया है,वन उपवन में फूल खिलाते। शाम हुई चंदा मामा झट आ जाते,सुन्दर सुखद चांदनी लाते। तारों के संग रास नचाते,गर्मी में तो अकड़ दिखाते।सब को ही वह खूब सताते।। lotpot E-Comics | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | kids poem in hindi | kids hindi poems | Hindi Poems | entertaining kids poem | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | हिंदी बाल कवितायें | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | बच्चों की मनोरंजक कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: मेरी हिंदी मेरी शान Bal Kavita: बादल भैया Bal Kavita: खुश हो जाते बंदर जी Bal Kavita: चूहों की शैतानी #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #entertaining kids poem #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #kids poem in hindi #kids hindi poems #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #Hindi Poems #बाल कवितायें #हिंदी बाल कवितायें You May Also like Read the Next Article