Bal Kavita: आज नया वर्ष है By Lotpot 08 Mar 2024 in Poem New Update आज नया वर्ष है Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 आज नया वर्ष है दिग-दिग में छा रहा,खूब-खूब हर्ष है।मन में उत्कर्ष है,आज नया वर्ष है।। नया-नया सूरज है,सोने की किरणें हैं।जाग उठी आशा की,नयी-नयी किरणें हैं।। छंट गया अंधेरा है,भोर ने पुकारा है।बीते हुए लम्हों को,सर से उतारा है।। नया-नया ज्ञान है,नूतन विज्ञान है।जड़ क्या, क्या चेतन में,नये-नये प्राण हैं।। गत हुआ अतीत,द्वारे खुशियों का डेरा है।बिगड़ा है कुछ नहीं,आज ही सवेरा है।। lotpot E-Comics | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | kids hindi poem | kids entertaining poem | kids poems | hindi poems for kids | Hindi Poems | kids hindi poems | kids hindi rhymes | hindi rhymes | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | हिंदी बाल कवितायें | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | बच्चों की मनोरंजक कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: पांच उंगलियां Bal Kavita: सुन्दर तारे Bal Kavita: जंगल में खेल Bal Kavita: प्यारी नानी #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #kids hindi rhymes #kids hindi poems #kids hindi poem #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #Hindi Poems #बाल कवितायें #हिंदी बाल कवितायें #kids poems #hindi poems for kids #kids entertaining poem You May Also like Read the Next Article